छत्तीसगढ़

शराब, कोयला, रेत सीमेंट सब में लगता ‘भूपेश टैक्स’ : बृजमोहन

रायपुर। अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष की ओर से भाषण की शुरुवात करते हुए भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार के ऊपर तीखे हमले किए व कहा की यह सरकार है या सर्कस।

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरूवात करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा सरकार जब गूँगी हो जाती है, बहरी हो जाती है। राज्य का नौजवान जब निर्वस्त्र हो जाता है तो कैसी स्थिति होती है? सड़कों पर लोग निर्वस्त्र होकर घूम रहे है। क्या पूरा इंटेलिजेंस नपुंसक हो गया? ऐसी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाये तो और क्या लाये। ये अंग्रेजों से भी बदत्तर सरकार है, जिसने नग्न प्रदर्शन करने वाले युवाओं को ही जेल भेज दिया अनुसूचित जाति के युवाओं को नैतिकता विहीन कहकर आप सब अपमान कर रहे है। ऐसी घटना की नौबत क्यों आई, देश के इतिहास में क्या कभी ऐसी कोई घटना घटित हुई है। युवाओं के ख़िलाफ़ बलवा सहित अनेक गंभीर अपराधिक धाराएँ लगाई गई है। युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है।

अग्रवाल ने कहा कि यह सरकार भ्रष्टाचार में के मामलो में निर्वस्त्र हो गई है। गाँव, ग़रीब, किसान, मजदूर के बच्चो के पीएससी में चयन नहीं हुआ। नेताओ व अधिकारियों के बच्चो का चयन हुआ है।सरकार के मंत्रियों को शर्म आनी चाहिए। इस सरकार में तुगलकी शासन चलता है। ये सरकार अन्तर्द्वन्द की सरकार है। पहले ढाई ढाई साल, अधिकारी इंतज़ार करते रह गये कि किसकी सुननी है और किसकी नहीं। मुख्यमंत्री को मंत्री पर भरोसा नहीं, मंत्री को मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं। मुख्यमंत्री को अपनी पार्टी के अध्यक्ष पर ही भरोसा नहीं रहा।

तीस फ़ीसदी वनवासियों की आबादी है। उन्हें ही ताश के पत्तों की तरह फेंटा जा रहा है। प्रदेश में वर्ग संघर्ष पैदा करने की कोशिश की जा रही है। क्या इससे छत्तीसगढ़ का विकास होगा?

उन्होंने कहा कि लोगों की मूलभूत आवश्यकता होती है कि उन्हें भोजन मिले, घर मिले, पानी मिले, स्कूल मिले, स्वास्थ्य सुविधा मिले। आवास योजना के लिए प्रधानमंत्री ने बारह हज़ार करोड़ भेजा था, लेकिन 16 लाख ग़रीबों के सिर से छत छीनने का काम भूपेश बघेल सरकार ने किया। दस हज़ार गाँवों में से सिर्फ़ 1,600 गाँवों में जल जीवन मिशन पहुँचा है। 74 हज़ार स्कूलों में शिक्षकों के पद रिक्त हैं।स्कूलों की छत से पानी टपक रहा है। मेंटनेस नहीं हो रहा। स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में देश के 36 राज्यों में 34 वे स्थान में है ये है आपका परफार्मेंस।

बृजमोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट भाषण में कहा गया था कि राज्य के सरकारी हॉस्पिटल में कैश काउंटर बंद होगा। क्या हुआ? यूनिवर्शल हेल्थ कार्ड का क्या हुआ? शहरी भूमिहीन ग़रीबों को पट्टा देने की बात सरकार ने की थी, आज तक नहीं दिया गया? नया रायपुर में विश्व स्तर का स्कूल और हॉस्पिटल बनाये जाने का वादा किया गया था क्या हुआ?

दिल्ली की जवान ज्योति को शिफ्ट करने पर मुख्यमंत्री ने आपत्ति जताई थी और कहा गया था कि छत्तीसगढ़ में बनाया जाएगा लेकिन क्या हुआ? वर्धा जैसा सेवा ग्राम बनाने की बात कही गई थी क्या हुआ?

राज्य में शराब का घोटाला हुआ। पीने वालों को लेवी के साथ ज्यादा रेट में शराब लेना पड़ता है। देश में सबसे ज्यादा सीमेंट छत्तीसगढ़ में बनता है फिर भी सबसे महँगा सीमेंट छत्तीसगढ़ राज्य में मिलता है। सीमेंट कपनियाँ कहती हैं कि आपको पता नहीं की एक्स्ट्रा टैक्स कहा जाता है? इसमें भूपेश टैक्स लगता है।

स्कूल शिक्षा विभाग कि स्थिति है ऐसी है कि 36 राज्यों में 34 वे स्थान में है। 74 हजार पद रिक्त है। 1,900 एकल शिक्षकीय स्कूल है। उच्च शिक्षा में हम देश में 24 वे स्थान में है। ये है हमारी प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की दुर्दशा।

क्या एक भी शहरी भूमिहीन कब्जाधारी को पट्टा मिला। वृद्धापेंशन में वृद्धि का क्या हुआ इसी तरह जनघोषणा पत्र में 36 प्रमुख सहित 290 घोषणा में एक घोषणा पूरा नहीं हुआ है। प्रदेशभर के शासकीय कर्मचारी सड़कों पर हैं नवमीं कक्षा के बच्चों को आज तक सायकिल नहीं दिया गया, प्रदेश के हर जिले में वृद्धाश्रम बनना था आज तक नहीं बना है।

बृजमोहन ने कहा कि छत्तीसगढ़ लोक संस्कृति गेड़ी व भंवरा ही संस्कृति नही है । मुख्यमंत्री निवास में कार्यक्रम होगा और पूरा प्रदेश अछूता रहेगा।छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक कलाकार भूखा मर रहे है । कौशल्या माता मंदिर में 6 करोड़ का खर्चा और इसके इवेंट के लिए 25 करोड़ का खर्चा। आदिवासी महोत्सव पर दो करोड़ का खर्चा और उसके इवेंट में 11 करोड़ का खर्चा यही है घोटाला ।

शराब पर 2 हजार करोड़ के घोटाले के दस्तावेज सामने आ गया है। यह घोटाला 10 हजार करोड़ से ज्यादा का है। हमारी संस्कृति में नदियों का महत्व है इस सरकार के संरक्षण में नदियों का सीना चीरा जा रहा है। रेत माफिया सरकार के संरक्षण में, जब रेत की खुदाई बंद है बारिश है तब भी अनवरत रेत खोद रहे हैं । बिलासपुर में 3 बच्ची का रेत माफियाओं के कारण मौत हुई है। इस पर तो हत्या का जुर्म दर्ज होना चाहिए। रेत माफिया के खिलाफ एफआईआर होना चाहिए।

मुख्यमंत्री का मंत्रियों पर विश्वास नहीं मंत्रियों का मुख्यमंत्री पर विश्वास नहीं। मुख्यमंत्री का अपने अध्यक्ष पर विश्वास नहीं। पूर्व शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम को लेकर कहा की अनुसूचित जनजाति की बंदूक को तो पीछे बैठा दिया गया। यही मोहन मरकाम है जो विधानसभा में डीएमएफ में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था 17 करोड़ लूट का मामला उठाया था। मोहन मरकाम को लेकर कहा की आपको क्यों हटाया गया और जिन लोगो से एडवांस ले लिया गया उनका क्या होगा।

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