पीएम मोदी ने मॉस्को में भारतीय मूल के लोगों को किया संबोधित
PM Modi addressed people of Indian origin in Moscow
मास्को। तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार रूस दौरे पर पहुंचे। यहां उन्होंने राष्ट्रपति व्लामिदीर पुतिन से मुलाकात कर कई विषयों पर चर्चा की। इसके बाद वे भारतीय समुदाय के लोगों से मिलने पहुंचे और उन्हें संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार की कई उपलब्धियां बताई। पीएम के संबोधन के दौरान ऑडिटोरियम ‘मोदी है तो मुमकिन है’ के नारे से गूंज उठा। पीएम मोदी ने इस दौरान घोषणा की कि कजान और येकातेरिनबर्ग में दो दूतावास खोले जाएंगे।
आज से ठीक 1 महीने पहले मैंने भारत के पीएम पद की शपथ ली थी। उसी दिन मैंने एक प्रण लिया था कि अपने तीसरे टर्म में मैं तीन गुनी ताकत से काम करूंगा, तीन गुनी रफ्तार से काम करूंगा।
ये भी एक संयोग है कि सरकार के कई लक्ष्यों में भी 3 का अंक छाया हुआ है। सरकार का लक्ष्य है, तीसरे टर्म में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनाना। सरकार का लक्ष्य है, तीसरे टर्म में गरीबों के लिए 3 करोड़ घर बनाना। सरकार का लक्ष्य है, तीसरे टर्म में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाना।
आज भारत वो देश है, जो चंद्रयान को चंद्रमा पर वहां पहुंचाता है, जहां दुनिया का कोई देश नहीं पहुंच सका। आज भारत वो देश है, जो डिजिटल ट्रांजेक्शन का सबसे रिलायबल मॉडल दुनिया को दे रहा है। आज भारत वो देश है, जहां दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है।
2014 में देश में बस कुछ सौ स्टार्टअप थे, आज इनकी संख्या लाखों में है। आज भारत वो देश है, जो रिकॉर्ड संख्या में पेटेंट फाइल कर रहा है, रिसर्च पेपर पब्लिश कर रहा है। यही मेरे देश के युवाओं की शक्ति है।
पिछले 10 वर्षों में देश ने विकास की जो रफ्तार पकड़ी है, उसे देखकर दुनिया हैरान है। दुनिया के लोग जब भारत आते हैं, तो कहते हैं कि ‘भारत बदल रहा है। भारत का कायाकल्प, भारत का नव-निर्माण वो साफ-साफ देख पा रहे हैं।
आज 140 करोड़ भारतीय हर क्षेत्र में सबसे आगे निकलने की तैयारी में जुटे रहते हैं। आप सभी ने देखा है, हम अपनी अर्थव्यवस्था को सिर्फ कोविड संकट से ही बाहर निकालकर ही नहीं लाए, बल्कि भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को दुनिया की सबसे मजबूत इकोनॉमी में से एक बना दिया।