छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल का बोर्ड परीक्षा एक मार्च से शुरू हो रही है
The board examination of Chhattisgarh Board of Secondary Education is starting from March 1.
रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल का बोर्ड परीक्षा एक मार्च से शुरू हो रही है। इस बार सबसे कम परीक्षा केंद्र नारायणपुर जिले में बनाए गए हैं। यहां परीक्षा केंद्र की संख्या 15 है। वहीं, सबसे ज्यादा रायपुर जिले में 150 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसी तरह संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की संख्या इस बार 100 है। जबकि सबसे ज्यादा कांकेर जिले में संवेदनशील परीक्षा केंद्र बनाए हैं। वहीं, इस साल छत्तीसगढ़ बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के लिए लगभग 6.10 लाख विद्यार्थी पंजीकृत हैं। 12वीं में दो लाख 62 हजार छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगी और 10वीं के लिए तीन लाख 47 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया है। जानकारी के अनुसार इस साल 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए 2,475 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जबकि पिछले साल इनकी संख्या 2,418 थी। इस साल 57 नए परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। नए परीक्षा केंद्र ज्यादातर बस्तर, सरगुजा और दुर्ग संभाग में बनाए है। माशिमं के अधिकारियों के मुताबिक कई सालों से परीक्षा केंद्र की मांग की जा रही थी। वहां प्राथमिकता के आधार पर परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसमें सभी चीजों का ध्यान रखा गया है। जैसे विद्यार्थियों को लंबी दूरी तय, संवेदनशील है या नहीं आदि मापदंडों को देखकर संख्या बढ़ाई गई है। 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए सबसे ज्यादा रायपुर जिले में 150 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जबकि बीते वर्ष राजनांदगांव में सबसे ज्यादा परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इसका कारण था राजनांदगांव जिले से खैरागढ़ अलग नहीं हुआ था। अब खैरागढ़ जिला बनाने की वजह से विद्यार्थियों की संख्या में कम हो गई है। इस बार राजनांदगांव में 88 परीक्षा केंद्र है। वहीं, खैरागढ़ जिले में 40 सेंटर है। इसी तरह दुर्ग में 135, रायगढ़ में 117, बस्तर में 101 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सबसे कम परीक्षा केंद्रे पिछले बार की तरह नारायणपुर जिले में ही है। संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की बात करें तो रायपुर संभाग का एक ही जिला इसमें शामिल हैं। गरियाबंद जिले में संवेदनशील परीक्षा केंद्र की संख्या 10 है। वहीं, रायपुर संभाग में रायपुर, धमतरी, बलौदाबाजार, महासमुंद और गरियाबंद जिले आते हैं। इसी तरह संवेदनशील में सबसे ज्यादा कांकेर जिले में 44 परीक्षा केंद्र है। इसी तरह कोण्डागांव में 26, जगदलपुर में 11, सुकमा में 16, दंतेवाड़ा में 11 आदि जिले में संवेदनशील परीक्षा केंद्र है, जहां विशेष तौर पर निगरानी रखी जाएगी। बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि संवेदनशील परीक्षा केंद्रों में विशेष तौर उड़नदस्ता की टीमें नजर रहेगी। इसके अलावा घटनाओं को लेकर सतर्क और पुलिस जवानों की संख्या भी अधिक होगी, ताकि परीक्षा सुचारू रूप से संचालित हो सकें। माशिमं के सचिव वीके गोयल ने कहा, 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए सभी तैयारी पूरी कर ली है। नकल रोकने के लिए विशेष तौर उड़नदस्ता टीम तैयार की गई है। सभी जिलों में प्रश्न पत्र, उत्तर पुस्तिका भेज दिया गया है। इस समय स्ट्रांग रूम में प्रश्न पत्र 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में है।