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चुनावी शोरगुल के बीच विद्यार्थियों की परीक्षा की तैयारी

धमतरी। वार्षिक परीक्षा की तैयारी में जुटे विद्यार्थियों को ध्वनि विस्तारक यंत्रों का शोर परेशान कर रहा है। नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव इस बार एक साथ हो रहा है। इसी बीच स्कूलों की प्री-बोर्ड व वार्षिक परीक्षाएं तथा कालेज की प्रेक्टिकल व वार्षिक परीक्षाएं भी शुरु हो चुकी हैं। बच्चे चुनावी शोरगुल के बीच परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं। स्कूल-कालेज के शिक्षक चुनावी ड्यूटी में तैनात हैं। इससे पढ़ाई, एक्स्ट्रा क्लास भी प्रभावित हो गई है।
उल्लेखनीय है कि नगरीय निकाय चुनाव का मतदान 11 फरवरी होना है। इसके बाद मतगणना 15 फरवरी को है। इसी तरह पंचायत चुनाव का धमतरी जिले में मतदान 17 फरवरी को होना है। मतगणना 18 फरवरी को है। इसके लिए बड़ी संख्या में शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। संयोगवश इसी बीच बोर्ड परीक्षाओं की प्रेक्टिकल व एक मार्च से वार्षिक परीक्षाएं शुरु हो रही हैं। चुनावी शोरगुल व टीचरों की कमी के बीच परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।
इसी तरह महाविद्यालय की प्रैक्टिकल व सेमेस्टर परीक्षाएं 14 फरवरी से शुरु हो रही हैं। चुनाव की प्रक्रिया लगभग माहभर दिनों तक चलने वाली है। इसी बीच वातावरण शोरगुल से अशांत बना हुआ है। स्कूल कालेज की वार्षिक परीक्षाओं की टाइम टेबल घोषित हो चुकी है। प्रबंधन परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं। परीक्षाएं दो पालियों में होंगी। 14 फरवरी से ही सीबीएसई आईसीएसई की परीक्षाएं भी शुरु हो रही हैं।
परीक्षा और चुनाव एक साथ चलने की वजह से रिजल्ट पर असर पड़ सकता है। शिक्षा विभाग ने बेहतर परीक्षा परीणाम के लिए 20 जनवरी से 10वीं-12वीं की प्रीबोर्ड परीक्षाएं भी ली है ताकि बच्चों को तुलनात्मक अध्ययन करने में दिक्कत न हो। प्रीबोर्ड परीक्षा के बाद एक्स्ट्रा क्लास, कोचिंग की सुविधाएं, विशेषज्ञ टीचरों के माध्यम से व्यवस्था कराई गई है। लेकिन शिक्षकों के चुनावी ड्यूटी में तैनात होने से पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार चुनाव में चार हजार से अधिक शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। ऐसे स्थिति में स्कूलों को समय देना मुश्किल हो रहा है। स्कूलों को मतदान केंद्र बनाने से तीन दिन स्कूल बंद रहेंगे। इधर परीक्षा को देखते हुए प्रशासन ने कोलाहल यंत्रों पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन म्यूजिक सिस्टम, लाउड स्पीकर, माइक का चुनाव में इस्तेमाल हो रहा है। ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग के कारण स्कूली व कालेज छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ध्वनि विस्तारक यंत्रों का शोर परीक्षाओं की तैयारी के लिए बाधक है।
कलेक्टर नम्रता गांधी ने बताया कि, धमतरी जिले में कोलाहल यंत्रों पर प्रतिबंध लगाया गया है। सक्षम अधिकारी से अनुमति लेकर ही इसका उपयोग किया जा सकता है। शिकायत होने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

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