छत्तीसगढ़
SECR के सभी अधिकारियों ने साधा मौन पार्किंग ठेका के गुण्डागर्दी पर
All SECR officials remained silent on the hooliganism of parking contract
रायपुर रेलवे स्टेशन पार्किंग ठेका और उनके गुर्गों की गुंडागर्दी बेलगाम…
पार्किंग ठेका वर्तमान मैं आसिफ़ मेमन का।
जीआरपी, आरपीएफ़ पुलिस मौन।
हर रोज़ का विवाद किसी दिन विक़राल घटना के रूप मैं परिवर्तित होने की आशंका।

रायपुर। मैं अमनदीप सिंग रायपुर निवासी, रेल्वे स्टेशन रायपुर की पार्किंग ठेके में आम नागरिक से किए जा रहे व्यवहार से अत्यंत क्षुब्ध हूं लगातार ये लोग लाइसेंस के बल में हम जैसे नागरिकों की बेइजत्ती किए जा रहे और प्रशासन और SECR रेलवे डिवीजन ऐसे बंधे हुए जैसे मानो इस वैंडर ने कोई वशीकरण कर लिया हैं हम सबको बस भरपूर बेइजत्ती के बाद ठेकेदार और उसके स्टॉफ (गुंडों) से यही जवाब मिलेगा कि आगे जाओ तेरे जैसे बहुत आते है… लेकिन होगा क्या ?? मेरे साथ 16.05.24 को भी यही सब हुआ मैंने पार्किंग चार्ज 20 रुपए भी दिए और अपनी भरपूर बेइजत्ती भी करवाई इनकी गुंडई और वसूली वाली भाषा से… क्योंकि रेल्वे डिवीजन ने इनको लाइसेंस जो दिया है आज मैने लिखित शिकायत स्टेशन सुप्रीटेंडेंट को दी है की आप उचित कार्यवाही करें या बताए की आगे कहां जाए क्योंकि ठेकेदार के स्टॉफ तो यही कहते है तो फिर हम लोग भी क्या गुंडा बन जाए ?
कानून हाथ में लेने से पहले मैने ये विषय कानून के हाथ में दिया है की फैसला आप जल्दी करें आम नागरिक अपनी बेइजत्ती नही बर्दास्त कर सकता। आम व्यक्ति की इज्जत से टेंडर की बोली इतनी बड़ी नही हो सकती।
और ये कच्ची रसीद जिससे सरकारी राजस्व का नुकसान हो रहा हैं उसका क्या ??
जनता से इतनी बेईमानी अच्छी नहीं है l