रायपुर समेत प्रदेशभर में शीतलहर, बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण आर रही नमी वाली हवाएं
रायपुर। सोमवार को पूरे प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ी। राजधानी रायपुर समेत सरगुजा, रायपुर और बस्तर संभाग में कई जगहों पर शीतलहर चली। अधिकांश स्थानों पर शीतलहर के हालात रहे। रात का तापमान सामान्य से चार से छह डिग्री तक नीचे चला गया। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण अगले कुछ दिन समुद्र से नमी वाली हवा आएगी।
इस नमी के कारण मंगलवार को प्रदेश में कहीं-कहीं पर हल्के बादल छाएंगे। इसके बाद कुछ जगहों पर हल्की बारिश होने की भी संभावना है। सोमवार को प्रदेश में ठंड इस सीजन के चरम पर थी। पहली बार पहाड़ी ही नहीं मैदानी इलाकों में भी एक साथ शीतलहर चली।
राजधानी रायपुर में रात का तापमान इस साल पहली बार 10 डिग्री से नीचे चला गया। न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से 4.6 डिग्री कम है। रात में कड़ाके की ठंड रही। रविवार को पारा 12.1 डिग्री रिकार्ड किया गया था। इस तरह पिछले 24 घंटे में ही करीब दो डिग्री की गिरावट आई। दिन में भी शुष्क ठंडी हवा चली।
मैदानी इलाकों में दुर्ग सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री तक गिर गया। यह सामान्य से सबसे ज्यादा 6.7 डिग्री कम रहा। उत्तरी छत्तीसगढ़ में सरगुजा संभाग में कड़ाके की ठंड पड़ी। अंबिकापुर में पारा 4 डिग्री रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से 5 कम है। पेंड्रारोड में भी पारा 6.6 डिग्री रहा। यह भी नार्मल से 5 कम है।
पहाड़ी इलाके सामरी और मैनपाट में न्यूनतम तापमान के दो डिग्री के आसपास पहुंच गया है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि पश्चिम, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बना है। यह तमिलनाडु की ओर आगे बढ़ रहा है। इसके साथ समुद्र से बड़ी मात्रा में नमी आएगी। नमी के कारण बादल छाने से रात के तापमान में वृद्धि होगी। 18 दिसंबर से बस्तर में कहीं-कहीं पर बारिश होने की संभावना है।