महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का घोषणापत्र जारी हो गया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को मुंबई में भाजपा का संकल्प पत्र जारी किया। इसमें पार्टी ने किसानों और महिलाओं को फोकस में रखा है। इस दौरान पार्टी के कई अन्य सीनियर नेता भी मौजूद रहे। इनमें डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखकर बावनकुले, मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल आदि शामिल थे। अमित शाह ने इस मौके पर वर्तमान महायुति गठबंधन की उपलब्धियां गिनाईं। साथ ही महाराष्ट्र के विकास के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
भाजपा के ‘संकल्प-पत्र’ की खास बातें
-किसानों के लोन माफ।
-लड़की बहिन योजना के पैसे बढ़ाकर 2100 रुपए तक करेंगे।
-कॉटन और सोयाबीन किसानों का जिक्र।
-वृद्ध पेंशन योजना के पैसे 1500 से बढ़कर 2100 रुपए होंगे।
-25 लाख लोगों को नौकरी।
-कीमतों को स्थिर रखने के लिए बाजार हस्तक्षेप।
-सरकार बनने के 100 दिनों के भीतर, तकनीक में सुधार के लिए विजन डॉक्यूमेंट लॉन्च करेंगे।
-महाराष्ट्र को सबसे पसंदीदा मेक-इन-इंडिया डेस्टिनेशन बनाने की चाहत जताई।
-फिनटेक, एयरोनॉटिक्स और अंतरिक्ष पर ध्यान देंगे।
-लखपति दीदी-2027 तक महाराष्ट्र की 50 महिलाओं को बनाएंगे लखपति।
-महाराष्ट्र में एआई ट्रेनिंग लैब्स।
-प्रदेश में होगा स्किल सेंसस।
-को-वर्किंग स्पेस और इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित किए जाएंगे
-युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद फिटनेस और आरोग्य कार्ड।
-महाराष्ट्र को पहली 1,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना चाहते हैं।
-विकसित भारत की तर्ज पर विकसित महाराष्ट्र।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहाकि हम जो संकल्प पत्र लेकर आए हैं, उसमें 25 प्रमुख मुद्दे हैं। लाडली बहन योजना और वृद्धावस्था पेंशन में हम बढ़ोतरी कर रहे हैं। किसानों के ऋण माफ और किसान सम्मान निधि को 12 हजार रुपए से बढ़ाकर 15 हजार रुपए करेंगे। उन्होंने कहाकि 10 लाख प्रतिभावान छात्रों को मासिक 10 हजार रुपए का मानदेय दिया जाएगा। 45 हजार गांवों में रास्ते बनाए जाएंगे। आशा वर्कर और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का बीमा किया जाएगा और उनका मासिक वेतन 15 हजार रुपए तक बढ़ाया जाएगा।
इस दौरान अमित शाह ने कहाकि चुनाव में हमारा मुकाबला महा विकास अघाड़ी से है। मैं कहना चाहता हूं कि अघाड़ी की सारी योजनाएं सत्ता की लालच में तुष्टिकरण की हैं, विचारधाराओं का अपमान करने वाली हैं और महाराष्ट्र की संस्कृति से छल करने वाली हैं। उन्होंने कहाकि मैं उद्धव ठाकरे से पूछना चाहता हूं कि क्या वे कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से कह सकते हैं कि वो वीर सावरकर के लिए दो शब्द बोल दें? क्या कांग्रेस का कोई नेता बाला साहब ठाकरे के सम्मान में दो वाक्य बोल सकता है? अंतर्विरोध के बीच में अघाड़ी की सरकार बनाने का स्वप्न लेकर जो लोग निकले हैं, उनको महाराष्ट्र की जनता जान ले, यह बहुत जरूरी है।
अमित शाह ने कहाकि आज यहां जिस संकल्प पत्र का विमोचन हुआ है, वह महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है। महाराष्ट्र एक प्रकार से कई युगों से हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व कर रहा है। एक जमाने में जब जरूरत थी, तब भक्ति आंदोलन की शुरुआत भी महाराष्ट्र से हुई। गुलामी से मुक्ति का आंदोलन भी शिवाजी महाराज ने यहीं से शुरू किया, समाजिक क्रांति की शुरुआत भी यहीं से हुई। महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब हमारे इस संकल्प पत्र में दिखाई पड़ता है।