छत्तीसगढ़

300 स्टाफ़ ने अधीक्षक का दफ्तर घेरा

रायपुर। डॉ भीमराव अम्बेडकर अस्पताल में श्रमिक दर में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ़ को तीन महीने से अधिक समय बीत जाने बाद भी आज तक वेतन नही मिला। जिससे स्टाफ़ को आर्थिक स्थिति किराए में रहना, खाना जैसे मूलभूत सुविधाओं से वंचित से सामना करना पड़ रहा है। काम छोड़ कर अपने ग्रह निवास स्थान जाने को मजबूर तक की स्थिति से होकर गुजरना पड़ रहा था।
छग़ श्रमिक दर मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अजय त्रिपाठी ने बताया की अधीक्षक डॉ एस बी नेताम ने श्रमिक दर स्टाफ़ से चर्चा में कहा कि सभी श्रमिक दर में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ़ का निर्धारित वेतन पर 1500 रुपय काटा जा रहा है जिनका पीएफ नम्बर, वेतन प्रोसेस अनुसार जल्द नियमानुसार हर माह वेतन दिया जाएगा। संगठन के अध्यक्ष ने बताया की गत दिनो पूर्व भी अधीक्षक एवं सम्बंधित विभागीय स्वास्थ्य मंत्री को भी वेतन एवं नियुक्तिकरण ,स्थायिकरण अन्य समस्याओं को लेकर सुचित किया गया था। तत्पश्चात 97 स्टाफ़ का वेतन दिया गया। लेकिन अन्य 203 स्टाफ़ को तीन माह से वेतन तक नही मिला। वही दूसरी तरफ़ प्रदेश के संविदा नियमित कर्मचारी अभी अपनी जायज़ वेतन विसंगति, ग्रेड पे, डीए, एचआर ए एवं मँहगाई भत्ता को लेकर हरताल में है।
स्टाफ़ मुक्ता ने बताया की नियमित कर्मचारी हरताल में होने पर काम का दबाव हम पर बहुत है अकेले एक वार्ड को देखना पड रहा एवं हमें वेतन हर महीने चाहिए। जिससे हम सुचारु रूप से व्यवस्थित रह सके! संगठन अध्यक्ष ने बताया की अगर जल्द एक दिन के अंदर समस्याओं का समाधान नही हुआ तो हड़ताल में जाने को मजबूर होना पड़ेगा। जिसमें कोई भी घटना दुर्घटना घटती है उसका ज़िम्मेदार हॉस्पिटल प्रबंधक होगा।

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