स्टूडेंट्स ने परीक्षा तक मोबाइल से दूर रहने का लिया संकल्प
Students resolved to stay away from mobile phones till the exam.
रायपुर। जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए तनावमुक्त योजना बनाएं। अच्छी तैयारी करके खूब परिश्रम करें। यह टिप्स जैन समाज के पदाधिकारी व शिक्षाविद विजय चोपड़ा ने विद्यार्थियों को दिए। विद्यार्थियों को मोबाइल पर रील्स न देखने और परीक्षा तक मोबाइल से दूर रहने का संकल्प दिलाया। जैन संवेदना ट्रस्ट के नेतृत्व में बोर्ड परीक्षा के पूर्व बच्चों को परीक्षा के तनाव से निजात दिलाने को लिए ‘कैसे हो तनावमुक्त परीक्षा की तैयारी’ विषय पर संतोषी नगर स्थित वर्धमान दी स्कूल में मोटिवेशनल कार्यशाला का आयोजन किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष महेंद्र कोचर ने बताया कि बच्चों के मन से परीक्षा के डर को दूर करने और परीक्षा में सफलता के लिए लक्ष्य निर्धारण करने के लिए मोटिवेशनल कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में शिक्षाविद विजय चोपड़ा ने परीक्षा में अच्छे परिणाम के लिए डरे बिना तनावमुक्त सही प्लानिंग, व्यवस्थित तैयारी, कड़ा परिश्रम करने पर जोर दिया। उन्होंने बच्चों से कहा कि पूर्व के वर्षों में पांचवीं व आठवीं में भी बोर्ड परीक्षा होती थी, लेकिन वर्तमान शिक्षा प्रणाली में बच्चों को सीधे 10वीं में बोर्ड़ परीक्षा देनी होती है। इससे बच्चों में तनाव दिखाई देता है। चोपड़ा ने ट्रिपल एट फार्मूला के बारे में बताते हुए बच्चों से कहा कि आठ घंटे सोने के लिए, आठ घंटे दैनिक कार्यों व अन्य अनुपयोगी कार्यो के लिए, लेकिन शेष पूरे 8 घंटे तल्लीनता से पढ़ाई करें। सर्वप्रथम पास होने का डर समाप्त करने के लिए 39 अंकों के आब्जेक्टिव टाइप व छोटे उत्तर वाले प्रश्नों की तैयारी पर फोकस करें। पूरे अंक प्राप्त कर पास होने के तनाव से मुक्त हो जाएं। परीक्षा की तैयारी को स्वयं की इच्छा बनाएं फिर सफलता सौ प्रतिशत तय है। परीक्षा को बोझ या हौवा न मानें बल्कि परीक्षा पर हावी होकर तैयारी में जुट जाएं । लगन, मेहनत, अनुशासन व आत्मविश्वास से ही पूर्ण सफलता प्राप्त होती है। इसे मूलमंत्र बनाएं, पूर्ण मनोभाव से किए परिश्रम से ही अच्छे परिणाम सामने आते हैं।