सुकमा-बीजापुर बार्डर पर नक्सलियों और जवानों में हुई मुठभेड़
सुकमा। छत्तीसगढ़ में सुकमा और बीजापुर जिले की सरहद पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। बताया जा रहा है कि, नक्सली कमांडर हिड़मा की बटालियन नंबर एक के साथ कोबरा और एसटीएफ के जवानों की मुठभेड़ चल रही है। पिछले करीब 2 घंटे से दोनों तरफ से गोलीबारी हो रही है। बस्तर आईजीपी सुंदरराज पी ने मुठभेड़ की पुष्टि की है। दरअसल, नक्सलियों का जनपितुरी सप्ताह चल रहा है। नक्सलियों के इस जनपितुरी सप्ताह में फोर्स ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया है।
पुलिस को खबर मिली थी कि सुकमा और बीजापुर जिले की सरहद पर माओवादी कमांडर हिड़मा और उसकी बटालियन मौजूद है। इसी सूचना के आधार पर मंगलवार की रात जवानों को ऑपरेशन के लिए निकाला गया था। वहीं आज बुधवार की सुबह नक्सलियों के कोर इलाके में जवान पहुंच गए। जवानों को आता देख नक्सलियों ने गोलीबारी करनी शुरू कर दी।
जवानों ने भी मोर्चा संभाला और नक्सलियों की गोलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया।फिलहाल दोनों तरफ से गोलीबारी चल रही है। सूत्रों के हवाले से खबर है। आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
जानिए कौन है खूंखार नक्सली हिड़मा?
बस्तर के पूवर्ती गांव का रहने वाला माड़वी हिड़मा गांव के ही प्राथमिक स्कूल में पढ़ाई करता था। उस वक्त इलाके में सक्रिय एक नक्सली ने हिड़मा की एक्टिविटी देख कर उसे नक्सलियों के बाल संघम में भर्ती किया था। हिड़मा की आगे की पढ़ाई नक्सली स्कूल में ही हुई थी। हिड़मा के फुर्तीले शरीर को देखते हुए नक्सलियों ने इसे अपने एलओएस ग्रुप में शामिल किया था। हिड़मा की बनाई योजना में माओवादियों को कई सफलताएं भी मिली। अब वह नक्सलियों की बटालियन नंबर एक का कमांडर है। इस पर 25 लाख रुपए से ज्यादा का इनाम है।
क्या होता है जनपितुरी सप्ताह?
दरअसल बस्तर में हर साल माओवादी जून के महीने में जनपितुरी सप्ताह मनाते हैं। इस दौरान वे मारे गए माओवादियों को श्रद्धांजलि देते हैं। बस्तर के अंदरूनी गांवों में सभा का आयोजन कर लोगों को माओवाद संगठन के बारे में बताते हैं।