संपत्ति का लालच, दो कलयुगी बेटों ने दोस्तों के साथ मिलकर की अपने-अपने पिता की हत्या
Greed for property, two Kalyugi sons along with friends killed their father
धमतरी। संपत्ति के लालच में दो बेटों ने अपने अपने पिता की साथियों के साथ हत्या कर दी। मामला कुरूद थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सिवनी कला व बकली का है। मामले का खुलासा होने के बाद एक शव को कब्र से निकाला गया वहीं एक की हड्डियां इकट्ठी की गई। कलयुगी बेटों को उनके साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 27 मई 2024 को आवेदक भगीरथी पटेल और दीनानाथ देवांगन ने अलग-अलग थाना में लिखित आवेदन पेश किया कि आवेदक भागीरथी पटेल के पिता स्व. फिरंता पटेल उम्र 82 वर्ष साकिन सिवनीकला को उसका बड़ा भाई पूनमचंद पटेल अपने साथी सुदामा देवांगन, मिथिलेश देवांगन एवं हरीश कुमार साहू के साथ मिलकर षड्यंत्र रचकर पैसों की लालच में 6 मार्च 24 की दरमियानी रात को अपने पिता फिरंता पटेल का मुंह, नाक, गला दबाकर हत्या कर साक्ष्य छिपा कर पिता को सामान्य मृत्यु होना बताया। सामाजिक रीति रिवाज से शव का कफन-दफन किया गया। इसी तरह आवेदक दीनानाथ देवांगन के पारिवारिक भाई पंचराम देवांगन पिता भुवन राम देवांगन उम्र 60 वर्ष साकिन बकली थाना कुरूद को उसका पुत्र सुदामा देवांगन कर्ज में डूबने से अपने पैतृक जमीन को बेचना चाहता था। जिस पर मृतक पंचराम देवांगन को आपत्ति होने पर आरोपी सुदामा देवांगन अपने साथी पूनमचंद पटेल, हरीश कुमार साहू के साथ मिलकर दिनांक 14 मई 2024 को षड्यंत्र रचकर सुबह 10 बजे अपनी मां एवं पत्नी को खेत भेजने के बाद पिता पंचराम को अकेला पाकर टॉवेल से मुंह नाक गला दबाकर हत्या कर दिया एवं साक्ष्य छिपाने की उदेदश्य से मृतक पंचराम का सामान्य मृत्यु होना बताकर शव को सामाजिक रीति रिवाज से दाह संस्कार किया। 25 मई को ग्राम बकली में ग्राम प्रमुख और ग्रामीणों के समक्ष उक्त चारों आरोपी ग्राम सिवनी कला एवं ग्राम बकली में अपराध करना स्वीकार करने पर आवेदन प्राप्त होने पर पृथक पृथक मर्ग कायमी कर मृतक फिरंता पटेल के शव को कार्यपालक मजिस्ट्रेट के समक्ष उत्खनन करवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और मृतक पंचराम देवांगन के शव के शेष राख जब्त कर पृथक पृथक धारा 302, 201, 120 बी, 34 भादवि. कायम कर विवेचना में लिया गया। एएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि कुरूद पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ एवं मुखबिर सूचना एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर संदेही पूनम चंद पटेल, सुदामा देवांगन, मिथलेश देवांगन एवं हरीश कुमार साहू को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर अपना अपना जुर्म स्वीकार करते हुए उक्त दोनों हत्या को षड्यंत्र रचकर एक राय होकर करना बताया।