छत्तीसगढ़
रेडिएशन से कर्मचारीयो को हो रहा खतरा, सुरक्षा के हो इंतजाम
Employees are in danger from radiation, security arrangements should be made
रेडिएशन से खतरे – रेडिएशन कर्मचारी जोकि खतरनाक रेडिएशन क्षेत्र में कार्यरत होने के कारण विभिन्न प्रकार की स्वास्थ विकृतियां एवं बीमारियां होती हैं जैसे- थायराइड, मोतियाबिंद, कैंसर ,गर्भपात एवं मृत्यु तथा अनुवांशिक बीमारियां भी होती है अत्यधिक रेडिएशन से l
रेडियोग्राफर प्रकोष्ठ की अति आवश्यक एवं जायज लंबित मांगो के संबंध में डीएमई समिति रेडिएशन विशेषज्ञों द्वारा जायज अभिमत तैयार किया गया हैं :- जिसे तत्काल पूर्ण किया जाना अति आवश्यक है।
*रेडिएशन भत्ता*- 1994 के आदेश के तहत पिछले 30 साल से आज भी मात्र 50 रुपए मासिक दिया जाता है जो कि पूरी तरह अनुचित है जबकि खतरनाक रेडिएशन कार्य को देखते एवं ताबड़तोड़ बढ़ती महंगाई को देखते हुए रेडिएशन भत्ता बेसिक का 10% दिए जाने हेतु अभिमत अनुशंसा किया गया है, जो की लंबित है
★ *पदों की संख्या में वृद्धि* – वर्तमान प्रत्येक ब्लॉक में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 1 ही पद स्वीकृत है जिसके कारण आकस्मिक एवं अर्जित अवकाश लेने देने में परेशानियाँ होती है और छुट्टी दे भी दिया जाए तो विभाग में तालाबंदी की परिस्थितियाँ उत्पन्न हो जाती है। एक अकेले रेडियोग्राफर को डार्क रूम के साथ-साथ मरीज को भी अंदर बाहर करने का काम करना पड़ता है अतः रेडिएशन विशेषज्ञों ने 4 रेडियोग्राफर एवं 4 डार्क रूम असिस्टेंट नवीन सेटअप नियुक्ति हेतु अभिमत अनुशंसा किए हैं एवं जिला चिकित्सालय 8 रेडियोग्राफर एवं 8 डार्क रूम असिस्टेंट,
मेडिकल कॉलेज में प्रत्येक मशीन के पीछे एक रेडियोग्राफर एवं एक डार्क रूम असिस्टेंट उसी प्रकार जितनी मशीन एवं जितनी पाली उतने रेडियोग्राफर एवं डार्क रूम असिस्टेंट के लिए लिखें है l जो की लंबित है।
*★रेडिएशन अवकाश-* खतरनाक रेडिएशन क्षेत्र में कार्य करने के कारण विभिन्न प्रकार की शारीरिक एवं मानसिक बीमारियाँ से रोकथाम हेतु एक वर्ष में एक माह का रेडिएसन अवकाश दिया जाना चाहिए। उक्त अभिमत एवं अनुशंसा किया गया जा चुका है किंतु लंबित है।
*★पदनाम परिवर्तन-* रेडियोग्राफर के नाम के स्थान पर रेडियोलोजी ऑफिसर एवं डार्क रूम असिस्टेंट के बदले असिस्टेंट रेडियोलोजी ऑफिसर रखे जाने हेतु डीएमई से अभिमत अनुशंसा किया गया है जो आजपर्यंत लंबित है।
*★पदोन्नति व वेतनमान-* इसके साथ ही संगठन द्वारा राज्य में संचालित एम्स के अनुसार पदोन्नति क्रम एवं 2800 ग्रेड पे से 4200 ग्रेड पे किए जाने हेतु छत्तीसगढ़ शासन से अनुरोध है l