मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना की मदद से अनामिका को मिला नया जीवन
जबलपुर। मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना ने जिले की शहपुरा तहसील के ग्राम भमकी की आठ माह की अनामिका बानो को नया जीवन दिया है। राज्य शासन द्वारा संचालित इस योजना की सहायता से अनामिका की मेट्रो हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर जबलपुर में हृदय की सफल सर्जरी की गई। बच्ची अब पूरी तरह स्वस्थ्य है और उसे अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया है।
जिला प्रबंधक राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम सुभाष शुक्ला के मुताबिक शहपुरा विकासखण्ड के ग्राम भमकी के शेख बरकत बेटी अनामिका जन्म से ही हृदय रोग से पीड़ित थी । इसकी जानकारी इस गांव में बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करने पहुँची राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम को मिली । श्री शुक्ला ने बताया कि टीम में शामिल डॉ अमित जैन एवं डॉ पम्मी भदौरिया द्वारा यह जानकारी दिये जाने पर जिला अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों से अनामिका का परीक्षण कराया गया और पुष्टि हो जाने पर बच्ची को दमोहनाका जबलपुर स्थित मेट्रो हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर रेफर किया गया ।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला प्रबंधक ने बताया कि मेट्रो हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर में 19 जुलाई को अनामिका के हृदय की सफल सर्जरी की गई और पूर्णतः स्वस्थ्य होने पर उसे 23 जुलाई को छुट्टी भी दे दी गई । अनामिका के हृदय की सर्जरी और उपचार का सारा खर्च मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना से ही वहन किया गया ।
अनामिका के हृदय की सफल सर्जरी के बाद शेख बरकत और उसके परिवार में वो खुशियां लौट आई हैं जो मासूम बिटिया के इस गम्भीर बीमारी से ग्रसित होने की जानकारी लगने के बाद गायब हो गई थी । शेख बरकत ने बिटिया के उपचार और ऑपरेशन के लिये शासन से मिली मदद के प्रति मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का आभार जताया है । साथ ही जिले में पदस्थ स्वास्थ्य अधिकारियों खास तौर पर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समूची टीम की जमकर सराहना की है ।