भाजपा-कांग्रेस के तीन प्रत्याशियों को नहीं मिलेगा अपने घर वालों का वोट
Three candidates of BJP-Congress will not get the votes of their family members
रायपुर। प्रदेश में लोकसभा चुनाव में एक-एक वोट के लिए पदयात्रा, जनसभा और नुक्कड़-नाटक कर रहे प्रत्याशियों में तीन ऐसे हैं, जो खुद को वोट नहीं दे पाएंगे। वे स्वजन के वोट से भी वंचित रहेंगे। ये प्रत्याशी जिस संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, उनका मतदाता पहचान पत्र उसे लोकसभा सीट क्षेत्र में नहीं आता है। प्रदेश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के अंतर्गत सात मई को रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा, जांजगीर-चांपा, कोरबा और रायगढ़ में मतदान होगा। सात सीटों के लिए 168 प्रत्याशी मैदान में हैं। चुनावी रण में भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला है। दोनाें ही प्रमुख पार्टियां भाजपा की एक और कांग्रेस के दो प्रत्याशी खुद को वोट नहीं दे पाएंगे।भिलाई की रहने वाली सरोज पाण्डेय कोरबा लोकसभा सीट के लिए भाजपा प्रत्याशी हैं। सरोज पाण्डेय दुर्ग जिले से महापौर, विधायक और सांसद रह चुकी हैं। वर्ष- 2000 में पहली और वर्ष-2005 में दूसरी बार दुर्ग की महापौर बनीं थीं। वर्ष-2008 में पहली बार वैशाली नगर से विधायक चुनी गई थीं। देवेंद्र यादव वर्ष-2018 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे। केवल 25 वर्ष की उम्र में देश के सबसे कम उम्र के महापौर बनने का खिताब देवेंद्र यादव के नाम है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में देवेंद्र यादव ने अहम भूमिका निभाई थी। रायपुर के अभनपुर ब्लाक अंतर्गत ग्राम छछानपैरी के रहने वाले डा शिव डहरिया जांजगीर-चांपा लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस प्रत्याशी हैं। वर्ष-2003 में डा डहरिया पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे। इसके बाद वर्ष-2008 में दूसरी तथा वर्ष- 2018 में तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए थे। वर्ष-2023 के विधानसभा चुनाव में इन्हें हार का सामना करना पड़ा है। वर्ष-2009 के दुर्ग संसदीय सीट से सांसद निर्वाचित हुई थी। ऐसे ही दुर्ग के रहने वाले कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव बिलासपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हैं। देवेंद्र यादव दुर्ग जिले की भिलाई नगर सीट से दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी प्रेम प्रकाश पांडेय को 1264 मतों के अंतर से चुनाव हराया है।