बृजमोहन के इस्तीफे के बाद सीट हुई रिक्त, भाजपा में दावेदारों की होड़
Seat became vacant after Brijmohan's resignation, competition among contenders in BJP
रायपुर। चुनाव आयोग आज जम्मू कश्मीर, हरियाणा विधानसभा चुनाव के साथ उपचुनाव के तारीखों की घोषणा कर सकता है। इसी बीच सभी की नजरें छत्तीसगढ़ की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव पर भी रहेंगी। माना जा रहा है कि जम्मू कश्मीर, हरियाणा विधानसभा चुनाव के साथ छत्तीसगढ़ की रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख की घोषणा भी की जा सकती है।
इधर, रायपुर दक्षिण विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो गई है। 2008 में अस्तित्व में आने के बाद से ही लगातार यहां से सांसद बन चुके बृजमोहन अग्रवाल को टिकट दिया जाता रहा और वे लगातार यहां से जीत हासिल करते रहे।
सांसद बनने के बाद बृजमोहन ने अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद यह सीट अभी रिक्त हो गई है, ऐसे में अब भाजपा में इस सीट से दावेदारों की होड़ सी लग गई है। अब तक तकरीबन दर्जन से ज्यादा भाजपा के वरिष्ठ नेता अपनी-अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं।
कुछ इसी तरह का हाल कांग्रेस में भी बनते हुए दिखाई दे रहे हैं। बृजमोहन के बाद अब कांग्रेस इस सीट को हथियाने के सपने संजो रही है। साथ ही बृजमोहन से मुंह की खाने वाले प्रत्याशी से लेकर नए लोगों ने भी अपनी दावेदारी ठोकने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
भाजपा का गढ़ रही रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर पार्टी यहां बृजमोहन की तरह ही ऐसे प्रत्याशी की तलाश में जुटी है, जो कि अगले 20 से 25 वर्षों तक दक्षिण की कमान संभाल सके और इस सीट पर भाजपा का कब्जे बना रहा। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा इस सीट परइस बार किसी युवा चेहरे पर दांव खेल सकती है।
ये हो सकते हैं दावेदार
भाजपा की ओर से संगठन में रहे केदार गुप्ता, संजय श्रीवास्तव, अवधेश जैन और नंदन जैन के नाम लोगों के अलावा संगठन के बीच चर्चा में चल रहे हैं। इसके अलावा पार्षदों में भी दावेदारी की होड़ सी मची हुई है। जिसमें मीनल चौबे, मृत्युंजय दुबे, मनोज वर्मा सहित आधा दर्जन से ज्यादा पार्षद शामिल हैं।