छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ लिकर स्कैम…दो आबकारी अफसरों ने EOW को दिए सबूत: 3 घंटे तक पूछताछ

Chhattisgarh liquor scam...two excise officers gave evidence to EOW: interrogation for 3 hours

रायपुर । छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में EOW ने कार्रवाई तेज कर दी है। प्रिज्म होलोग्राफी कंपनी के स्टेट हेड दिलीप पांडे की गिरफ्तारी के बाद EOW की टीम ने आबकारी विभाग में पदस्थ दो अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया था। इन अफसरों से तीन घंटे तक पूछताछ हुई और इसमें आबकारी अधिकारियों ने सिंडिकेट की मदद करने वाले और सिंडिकेट के हर काम में शामिल कुछ अफसरों के खिलाफ सबूत दिए हैं। EOW की पूछताछ में पांच पेज का बयान देने वाले अफसर कोर्ट में बयान के दौरान पलट ना जाएं, इसलिए EOW की टीम जज के सामने कलमबद्ध बयान कराने की तैयारी कर रही है।

EOW के अधिकारी अब तक शराब घोटाले में आधा दर्जन से ज्यादा लोगों के बयान कलमबद्ध कर चुकी है। इनमें से कई ऐसे लोग हैं जिनके खिलाफ इस घोटाले में शामिल होने का आरोप भी है।

ED और ACB ने अलग-अलग जगहों पर जांच कर शराब घोटाले से जुड़े सबूत जुटाए हैं।

पूछताछ के लिए अब इन्हें बुलाया जाएगा

दो आबकारी अफसरों का बयान कलमबद्ध कराने के बाद EOW के अधिकारी दो और अफसरों को पूछताछ के लिए बुलाएंगे। ये वह अफसर हैं, जो सिंडिकेट के कोर ग्रुप में शामिल एपी त्रिपाठी के बेहद करीबी रहे। इस साल इन अफसरों ने सिंडिकेट की मदद करने के लिए ट्रांसफर लिस्ट अपने हिसाब से निकलवाई थी।

इनकी ओर से बनाई गई ट्रांसफर लिस्ट को सिंडिकेट ने अप्रूव करके अफसरों को नियुक्ति दी थी। सिंडिकेट के मददगार रहे इन अफसरों को EOW की टीम घेरने की तैयारी कर रही है।

सिंडिकेट में शामिल कई आरोपी अंडरग्राउंड

EOW के एक्शन के डर से सिंडिकेट में शामिल कई आरोपी अंडरग्राउंड हो गए हैं। EOW के अफसरों के मुताबिक कुछ आरोपी शहर और प्रदेश छोड़कर दूसरे राज्य चले गए हैं, तो कुछ बीमारी का बहाना बताकर हाजिर नहीं हो रहे हैं। EOW सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में प्रदेश में बड़ा एक्शन देखने को मिल सकता है।

नवा रायपुर के जीएसटी भवन के नीचे प्रिज्म होलोग्राफी कंपनी ने इस तरह से सेटअप लगाया है।

दिलीप पांडे से मिली अहम जानकारी

2000 करोड़ से ज्यादा के शराब घोटाला मामले में EOW ने प्रिज्म होलोग्राफी एंड सिक्योरिटी कंपनी के छत्तीसगढ़ हेड दिलीप पांडे को बुधवार (10 जुलाई) को कोर्ट में पेश किया था। EOW की टीम पांडे से 15 जुलाई तक पूछताछ करेगी।

सूत्रों के मुताबिक अब तक पूछताछ में दिलीप पांडे ने होलोग्राम बार कोड के नंबर देने वाले और डुप्लिकेट होलोग्राम उसके पास से लेकर जाने वाले लोगों की जानकारी दी है। इस जानकारी के आधार पर EOW के अफसर आगे की जांच कर रहे हैं।

नवा रायपुर के जीएसटी भवन के नीचे प्रिज्म होलोग्राफी कंपनी का प्रिंटिंग प्रेस अब भी चल रहा है।

GST भवन में अब भी हो रही छपाई

जिस प्रिज्म होलोग्राफी कंपनी ने नकली होलोग्राम बनाकर सप्लाई किया, उसका प्रिंटिंग प्रेस अब भी नवा रायपुर के जीएसटी भवन के नीचे चल रहा है। यहां पर तीन मशीनें लगी हैं। यहां से होलोग्राम प्रिंट होकर डिस्टलरीज को भेजे जाते हैं। हर होलोग्राम का सीरियल नंबर और कोड होता है।

यह आबकारी अधिकारियों की अनुमति से छापा जा रहा है। लेकिन अब भी नकली होलोग्राम सप्लाई करने वाली कंपनी के काम किए जाने को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।

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