उत्तराखंड

केदारनाथ पैदल रूट पर रात में यात्रा पर रोक

Ban on traveling at night on Kedarnath walking route

रुद्रप्रयाग। बाबा केदार के दर्शन जाने वाले शिव भक्तों को इंतजार करना पड़ेगा। केदारनाथ यात्रा पर सरकार ने रात के समय यात्रा पर रोक लगा दी है। मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश का अलर्ट और पैदल मार्ग की संवेदनशीलता को देखते हुए शाम 5 बजे बाद और अगले दिन सूर्योदय से पहले यात्रियों की केदारनाथ आवाजाही रोक दी जाएगी।

उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल कुमार शुक्ला ने केदारनाथ धाम के दर्शन करने आ रहे यात्रियों से आग्रह करते हुए कहा कि प्रशासन, आपदा प्रबंधन और पुलिस से मौसम का फीडबैक लेते ही यात्रा करें। मौसम की पूरी जानकारी लेने के बाद ही यात्रा करें ताकि रास्ते में उन्हें दिक्कतों का सामना न करना पड़े।

उन्होंने बताया कि श्रावण मास में हो रही अत्यधिक बारिश के कारण जगह-जगह यात्रा मार्गों में पत्थर गिर रहे हैं, जिससे सुरक्षा की दृष्टि से यात्रा करना उचित नहीं है। बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग के चीरबासा, गौरीकुंड व लिंचौली आदि स्थानों में पत्थर गिरने की लगातार संभावना बनी रहती है।

इसके अलावा रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग में फाटा के डोलिया देवी मंदिर के समीप पत्थर गिरने का भय बना है। ऐसी स्थिति में उन्होंने सभी से सतर्कता के साथ यात्रा करने की अपील की है। उप जिलाधिकारी ने सभी से किसी भी दैवीय आपदा पर कंट्रोल रूम में फोन करने की अपील की।

बताया कि केदारनाथ रूट पर सड़क दुर्घटना, मार्ग अवरुद्ध या क्षति होने पर तत्काल जिला आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम के नंबरों 01364-233727, 1077, 8958757335, 8218326386 पर सूचना उपलब्ध कराने की अपील की है।

केदारनाथ हाईवे डोलिया देवी के पास मलबा आने से 3 घंटे बंद रहा
रुद्रप्रयाग, संवाददाता। केदारनाथ हाईवे पर बारिश के चलते कई जगहों पर भूस्खलन का लगातार खतरा बना है। सोमवार को फाटा के पास डोलिया देवी मंदिर में पहाड़ी से मलबा आने के कारण हाईवे तीन घंटे बंद रहा।

इस दौरान यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। पहाड़ी से बार-बार मलबा गिरने के कारण यहां दिनभर रुक-रुककर वाहनों की आवाजाही होती रही। केदारनाथ हाईवे डोलिया देवी के पास सोमवार सुबह 6.15 पर मलबा आने के कारण वाहनों की आवाजाही के लिए बाधित हो गया।

बारिश के चलते यहां एक घंटे तक मुश्किलों के बीच एनएच लोनिवि द्वारा मशीनें लगाकर मार्ग खोलने के प्रयास किए गए। जबकि पहाड़ी से मलबा गिरने का लगातार भय बना रहा। इस बीच पुलिस ने यात्रियों एवं स्थानीय लोगों की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें फाटा और दूसरे स्थानों पर ठहरने का आग्रह किया।

जबकि जेसीबी मशीन से मलबा हटाने का काम जारी रहा। काफी मशक्कत के बाद 9.15 मिनट पर हाईवे वाहनों की आवाजाही के लिए सुचारु किया गया। हालांकि यहां बार-बार मलबा आने के कारण रुक-रुककर वाहनों की आवाजाही हुई।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि हाईवे 9:15 पर वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। बताया कि यात्रा रूट पर अतिरिक्त जेसीबी तैनात की गई है ताकि सड़क बंद होने पर उसे तुरंत ही खोल दिया जाए।

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