छत्तीसगढ़

कृषि विश्वविद्यालय में कृषि अभियंताओं के राष्ट्रीय सम्मेलन एवं संगोष्ठी का आयोजन 29 और 30 अगस्त को

National conference and seminar of agricultural engineers will be organized in Agricultural University on 29 and 30 August.

दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में जुटेंगे देश भर के कृषि अभियंता

कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने आयोजन के लिए दी शुभकामनाएं

रायपुर । इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में 29 एवं 30 अगस्त को कृषि अभियंताओं का 36वां राष्ट्रीय सम्मेलन एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। संगोष्ठी ‘‘सतत विकास के लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार हेतु कृषि अभियंताओं का योगदान’’ विषय पर आयोजित की जाएगी। कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि कृषि अभियंताओं के सम्मेलन से प्रदेश के कृषि क्षेत्र के विकास और किसानों के हित में नये तथ्य सामने आएंगे। आधुनिक कृषि तकनीकों के उपयोग, उत्पादन में बढ़ोत्तरी के उपायों के संबंध में नई जानकारी सामने आएगी।

इस राष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजिनियर्स (इंडिया) छत्तीसगढ़ स्टेट सेन्टर, रायपुर एवं स्वामी विवेकानंद कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कृषि अभियांत्रिकी संकाय, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है।

राष्ट्रीय सम्मेलन सह संगोष्ठी में वर्तमान समय में कृषि के विकास हेतु बहु प्रासंगिक विषयों जैसे इंजीनियरिंग इनपुट का संरक्षण और प्रबंधन, फार्म मशीनरी, कृषि प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन, गैर पारंपरिक ऊर्जा स्त्रोत, मिट्टी और जल संरक्षण और प्रबंधन’’ आदि विषयों पर विस्तृत चर्चा होगी एवं शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। इनमें मुख्यतः कृषि में जुताई-बुआई से लेकर कटाई-मड़ाई एवं प्रसंस्करण की क्रियाओं का मशीनीकरण, कृषि में ड्रोन का उपयोग, रिमोट सेंसिंग एवं भौगोलिक सूचना प्रणाली का उपयोग, कृषि बागवानी में अत्याधुनिक तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स एवं आई.ओ.टी. का प्रयोग आदि विषयों पर सार्थक संवाद, प्रदर्शन, प्रस्तुतिकरण एवं विचारों का आदान-प्रदान होगा।

कार्यक्रम में जलवायु परिवर्तन एवं कृषि कार्यों के समय पर संपादन में कृषि श्रमिकों की घटती उपलब्धता के परिपेक्ष्य में कृषि अभियंताओं के बढ़ते महत्व एवं कस्टम हायरिंग जैसे क्षेत्रों में उद्यमिता विकास की असीम संभावनाओं पर प्रकाश डाला जाएगा। इस कार्यक्रम में अभियंता, उद्यमी, वैज्ञानिक, उद्योगपति, शोधकर्ता, प्रगतिशील कृषक एवं देश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं के विद्वत्तजन शामिल होंगे तथा किसानों की आय बढ़ाने के लिए यथोचित रणनीति को अंतिम रूप देंगे।
कार्यक्रम के आयोजक सचिव एवं स्वामी विवेकानंद कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विनय कुमार पाण्डेय ने बताया कि इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), कोलकाता के उपाध्यक्ष डॉ. नूतन दास, आई.आई.टी. खड़गपुर के पूर्व प्राध्यापक एवं सी.एस.वी.टी.यू., भिलाई के पूर्व कुलपति डॉ. बी.सी. मल, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, परभणी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. इंद्रमणी, डॉ. सिंह कुलपति मेरठ विश्वविद्यालय, डॉ. गौड़ कुलपति, वैशाली, बिहार, डॉ. अम्बष्ठ अध्यक्ष, सेन्ट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड, भारत सरकार, नई दिल्ली, डॉ. सयाली, सचिव और महानिदेशक, इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), कोलकाता, डॉ. ए.के. सिंह, सहायक महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, भारत सरकार, नई दिल्ली डॉ. रमना राव, निदेशक एन.आई.टी., रायपुर, डॉ. मेहता निदेशक, केन्द्रीय कृषि इंजीनियरिंग संस्थान, भोपाल, सहित देश भर के विख्यात विषय विशेषज्ञ शामिल होंगे।

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