कुएं में उतरे पांच लोगों की मौत, छ्ठवे व्यक्ति ने दम घुटने पर बाहर निकल कर बचाई अपनी जान
Five people died after falling into the well, the sixth person saved his life by coming out due to suffocation.
जांजगीर चांपा। ग्राम किकिरदा में शुक्रवार की सुबह अपने बाड़ी के कुएं में गिरे लकड़ी निकालने के लिए रामचंद्र जायसवाल कुएं में उतरा और वह जहरीली गैस से उसका दम घुटने लगा फिर वह डूब गया। घटना की कहानी कुएं में उतरे छठवें व्यक्ति बाबूलाल जायसवाल की जुबानी। टिकेश्वर के साथ कुएं में नीचे उतरने वाले छठवें व्यक्ति बाबूलाल जायसवाल की जान बच गई क्योंकि उसने दम घुटने के कारण वापस ऊपर आ गया। बाबूलाल जायसवाल ने बताया कि शुक्रवार की सुबह 7.30 बजे किकिरदा निवासी रामचंद्र जायसवाल अपनी बाड़ी में कुआं के आस-पास सफाई कर रहे थे। उसी दौरान पाठ पर रखा लकड़ी का पट्टा कुएं में गिर गया। रामचंद 7.30 बजे लकड़ी के पट्टे को निकालने के लिए अंदर गए तो बाहर नहीं आए। घबराकर पत्नी ललीता बाई ने पड़ोसी रमेश को बुलाया। रामचंद को बचाने के लिए रमेश पटेल कुएं के अंदर गया और छटपटाने लगा। अपने पिता को छटपटाता देखकर उसके बेटे जितेन्द्र पटेल व राजेन्द्र पटेल अंदर चले गए। इतने में ललीता पड़ोस में रहने वाले टिकेश्वर चंद्रा को भी बुला लाई। उसने अंदर झांका तो देखा कि पानी में राजेंद्र छटपटाता दिखा। अपने दोस्त की जान बचाने के लिए टिकेश्वर भी कुएं में उतर गया और उसके साथ में बाबूलाल जायसवाल भी कुएं में उतरा। उसने देखा कि टिकेश्वर को राजेन्द्र ने कसकर पकड़ लिया था। सभी छटपटा रहे थे। उसे भी घुटन महसूस हुई। घबराकर वह बाहर निकल आया और इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। इसके बाद सुबह 10 बजे पुलिस, जांजगीर और शिवरीनारायण से नगर सेना की टीम पहुंची। उन्होंने शिकंजा निकालकर उन्हें बचाने का प्रयास किया, पर वे असफल रहे। इसके बाद बिलासपुर की एसडीआरएफ टीम मौके पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू किया और दोपहर एक बजे सभी के शव बाहर निकाल लिए गए। जहरीली गैस रिसाव के कारण यह घटना हुई है। इस घटना में तीन परिवार के पांच लोगों की मौत हुई है। इस घटना से गांव में मातम पसरा है।