छत्तीसगढ़
एआईसीसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं छत्तीसगढ़ के मीडिया प्रभारी राधिका खेड़ा की पत्रकार वार्ता
रायपुर। एआईसीसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं छत्तीसगढ़ के मीडिया प्रभारी राधिका खेड़ा ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा की मोदी जी बौखला गए हैं, जुबान लड़खड़ा रही है। घबराहट में बहुत उत्तेजित हो रहे हैं।बात-बात पर उत्तेजित हो रहे हैं। यह हाल अमित शाह साहब का भी है, नड्डाजी का भी है। बाड़मेर हो, राजस्थान में अन्य जगह हो, छत्तीसगढ़ हो, मध्यप्रदेश हो, हरियाणा हो, अलग अलग प्रदेशों में कर्नाटक हो जिस तरीके से जनसैलाब कांग्रेस की रैली में आ रहा है खड़गे जी, राहुल गाँधी जी, प्रियंका गाँधी जी की रैली में आ रहा है, उससे उनकी बौखलाहट बढ़ती जा रही है।
ज़ुबान के बाद हाथ भी कांप रहे हैं। आप ध्यान से देखिएगा मोदी जी को तो ये सिर्फ उनकी उम्र का असर नहीं है। जिस वजह से हाथ कांप रहे हैं, हार के डर और घबराहट से कांप रहे हैं और उनकी घबराहट को देखकर नड्डा साहब और अमित शाह जी भी घबरा रहे हैं।
और इसीलिए उनकी भाषा भी और अमर्यादित होती जा रही है और एक के बाद एक झूठों का जंजाल बुनने का ये काम कर रहे हैं।
उन तीनों के भाषण में चीख और चिल्लाहट है।
और पिछले 3-4 दिन में आपने देखा किस तरीके से तीनो के तीनो मोदी जी, शाह साहब, नड्डा जी छत्तीसगढ़ का दौरा कर रहे हैं लगातार और एक के बाद नए नए झूठ बोलने का काम यहाँ से कर रहे हैं और सिर्फ छत्तीसगढ़ के लिए नहीं, पूरे देश के लिए।
मोदी जी छत्तीसगढ़ आते हैं। छत्तीसगढ़ आके अपने 10 सालों का हिसाब किताब नहीं देते, 10 साल के कार्य पर एक वोट नहीं मांगते, सिर्फ झूठ, सांप्रदायिकता, हिंदू-मुसलमान, नफरत फैलाने का काम करते हैं।
आज बार-बार तीनों को यह याद आ रहा है कि छत्तीसगढ़ रामलला का ननिहाल है।
बार-बार हर स्पीच इन तीनों की तीन सभाएं मोदी जी की दो सभा नड्डा साहब की एक शाह साहब की एक में बार बार रामलला याद आ रहे हैं, रामलला का नैनिहाल छत्तीसगढ़ को बता रहे है वो ननिहाल जब इनका 15 साल शासन था भारतीय जनता पार्टी का छत्तीसगढ़ में तो रायपुर से महज 20km की दूरी पर चंदखुरी में जो कौशल्या माता का मंदिर है, उनका मायका है, उस मंदिर तक को इनके पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर कहते हैं कि ये कौशल्या माता का मायका ही नहीं था।वहाँ पे मंदिर में एक ईंट भी लगाने का काम 15 साल में भाजपा ने नहीं किया। राम वन गमन पथ का काम करने का एक ईंट लगाने का काम नहीं किया।
लगातार सिर्फ भाजपा ने छत्तीसगढ़ में रामलला के अस्तित्व पर सवाल उठाने का कार्य किया है। चंदखुरी में नड्डा साहब ने सभा कर ली, कौशल्या माता के मंदिर के दर्शनकिए, उम्मीद करती हूँ दर्शन अच्छे और खुशी से दर्शन करके हुए होंगे। उन्होंने देखा होगा किस तरीके से भूपेश बघेल जी ने कांग्रेस सरकार ने कौशल्या माता के मायके को दुबारा से सजाने का काम किया। किस तरीके से वो मंदिर में भव्य राम जी की मूर्ति स्थापित की गई। और पता चला होगा की कांग्रेस की सरकार किस तरीके से अपने भांजे राम आप सब जानते हैं की राम जी छत्तीसगढ़ के भांजे हैं। किस तरीके से अपने भांजे राम का ननिहाल को संवारने का काम किया है।
शिवरीनारायण में हम पूजा करते हैं, वहाँ की खासियत यह है की वहाँ पे स्वयं प्रभु श्रीराम ने माता शबरी के झूठे बेर खाये थे।
भारतीय जनता पार्टी तो उस बात को नाकारती है लेकिन कांग्रेस की सरकार ने जहाँ राम जी ने अपने 14 साल के वनवास का सबसे अधिक समय बिताया वो पूरा सर्किट, राम वन गमन पथ बनाने का काम किया, जिसको भाजपा लगातार नकारते रहे हैं।
भाजपा का इतना दुस्साहस की राम जी के अस्तित्व को, उनके ननिहाल को वो जिंस पथ पर चल के गए हैं यहाँ से उनको तक लड़का राजा रहा है। दुस्साहस देखिए और कह रहे है की यहाँ पे कुछ नहीं है। और कितने लाखों, करोड़ों छत्तीसगढियों की आस्था उसमें और पीढ़ी दर पीढ़ी है। बात आती है आयी है, चाहे सीता जी की चौकी हो, चाहे उदयपुर का मंदिर हो, शिवरीनारायण हो, कौशल्या माता का मंदिर हो, पीढ़ियों से हम एक सुनते आ रहे हैं, लेकिन क्या करती है? भारतीय जनता पार्टी बार बार नकार देती है। बात बात पर राम जी के नाम पे इनको राजनीति करनी बंद कर देनी चाहिए। राम जी हमारे अराध्य है। हम ना वोट के लिए हम इस्तेमाल करते हैं, ना राजनीति के लिए इस्तेमाल करते हैं, वो हमारे पूजनीय है।
हम उनकी पूजा करते है, इस्तेमाल कर नहीं करते। वोट और राजनीति के लिए इससे बड़ा पाप मोदी जी शाह साहब और नड्डाजी नहीं कर सकते हैं।
मोदी जी ने महासमुंद में और शाह साहब ने कांकेर में कहा कि नॉर्थ ईस्ट शांत हो गया है, नक्सलवाद यहाँ पे पूरे देश में खत्म हो गया है, छत्तीसगढ़ में भी खत्म होने के कगार में है और ये भी कहा कि आतंकवाद खत्म हो चुका है।
मैं मोदी जी से पूछना चाहती हूँ की ये तो हमने सुना था की वो बहुत महंगा मशरूम खाते हैं लेकिन क्या वो जब रोज़ सुबह घर से निकलते हैं तो झूठ बोलने की गोलियां खा कर निकलते हैं? और जब चुनाव आते हैं उनका ओवर्डोस लेते हैं क्या?
क्योंकि कौन सी शांति की बात कर रहे हैं? मणिपुर जल रहा है, लगातार दो सालों से मणिपुर चल रहा है, लेकिन मोदीजी आज तक वहाँ नहीं गए।
बेटियों को वहाँ पे निर्वस्त्र चलाया जाता है, विडिओ बनाया जाता है लेकिन मोदीजी आज तक नहीं गए।
असम को देखिए, असम की बात करते हैं। इनकी सरकार 2016 से है। 2017 में इन्हीं का एक बड़ा नेता पकड़ा गया जिसका नाम निरंजन होजाई है, जिसने 1000 करोड़ रुपए और ये मेरे आंकड़े नहीं, उसको लाइफ इम्प्रिसोंमेंट दिया है, क्योंकि 1000 करोड़ रुपए उसने आतंकवादी संगठनों को को पैसा दिया, उनके लिए फंड इकट्ठा किया। ये बात कर रहे हैं कि नॉर्थ ईस्ट में शांति हैं?
लद्दाख में तक शांति नहीं है, लद्दाख तक आंदोलन ग्रस्त है।
और जम्मू कश्मीर में तो 370 हटने के बाद से हमारे कश्मीरी पंडित आज भी कह रहे हैं कि इससे बुरे हालात हमने कभी नहीं देखे टेररिज़म आज भी वहाँ पे है और टेररिज़म में तो इनके खुद के लोग लिप्त हैं। डेढ़ साल पहले ये सबके सामने खबर है, ये ऑन रेकोर्ड है कि जम्मू कश्मीर में दो मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट में से जो एक टेररिस्ट था वो भारतीय जनता पार्टी का सोशल मीडिया का हेड है, उसका नाम तालिब हुसैन है।
इनके लोग तो हमेशा या तो आतंकवाद फैलातें हैं या आतंकवादी संगठनों को पैसा देते हैं।300 kg RDX इस देश में कहाँ से आया? आज तक उसकी इन्क्वाइरी नहीं हुई। आप आईएसआई को हमारे एयर बेस पे ले आये सब कुछ इन्हीं के कार्यकाल में हुआ है। और ये कहते है की शांति है, पता नहीं कहाँ पे इनको शांति दिखाई दे रही है। ये कौन सी शांति की बात कर रहे हैं? लगातार हमारे देश का एक हिस्सा जल रहा है नॉर्थ ईस्ट का, लेकिन मोदी जी वहाँ नहीं जाते हैं। और छत्तीसगढ़ की बात करते हैं। ये बार बार कहते है की हम नक्सलवाद खत्म कर देंगे और जबकि सच्चाई यह है कि छत्तीसगढ़ राज्य जब बना तब नक्सलवाद सिर्फ़ तीन ब्लॉक तक सीमित था। जब भाजपा की सरकार 15 साल थी तो उनकी सरकार में वो 11 जिलों में आ गया। ये बार बार कहते हैं कि नक्सलवाद की वजह से स्कूल नहीं चलेंगे, स्वास्थ्य सेवाएं नहीं होंगी। सड़क नहीं बन पाएगी। जबकि हकीकत ये है कि बस्तर में सारे स्कूल बंद करने का काम रमन सिंह की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने किया।
5 साल में जब हमारी सरकार रही तो अमन और शांति की कोशिश हमने करि नक्सलवाद खत्म करने की हमने कोशिश करी भारतीय जनता पार्टी के शासन काल में तो हमने देखा कि इस तरीके से झीरम घाटी कांड हुआ, जिसके बारे में बच्चा बच्चा जानता है। तो ये किस तरीके से बढ़ावा दे रहे हैं, जिसकी आज तक वो इन्क्वाइरी नहीं होने देते? जब यहाँ पे सरकार थी, उनकी तब नहीं हुई।
जब इनकी केंद्र में सरकार थी तब उसकी इन्क्वाइरी रोक दी गई। हमने यहाँ अपनी सरकार के दौरान कितनी चिट्ठियां लिखीं, कितनी कोशिश करि लेकिन केंद्र ने अपने हाथ में इन्क्वाइरी लेके वो इन्क्वाइरी नहीं होने दी।
किस को बचाया जा रहा है?
और स्कूल हमने तो अपनी सरकार में पिछले 5 साल में बस्तर में सभी स्कूलों को खोलने का काम किया। मलेरिया से बस्तर में लड़ाई लड़ी। अनीमिया से बस्तर में लड़ाई लड़ी, स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की कोशिश करि दाई-दीदी क्लिनिक, सड़कें बनाई। हमने सब कुछ नक्सल प्रभावित एरिया में काम करने का काम किया। नक्सलवाद कम हुआ, सबसे ज्यादा सरेंडर भी हमने हमारी सरकार में देखें और ये बात कर रहे हैं कि वो नक्सलवाद खत्म कर रहे हैं।
शर्म आनी चाहिए भाजपा को झूठ परोसने के लिए।
फिर ये बार बार इल्ज़ाम लगाते हैं कि कांग्रेस ने महामहिम जो देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति हैं उनका अपमान किया। जबकि खुद मोदी जी नए नए रिकॉर्ड बनाते हैं, हर बार हमारी महामहिम का अपमान करने के लिए चाहे हमारे नए संसद भवन के उद्घाटन से दूर रखना हो, चाहे नए राम मंदिर की मूर्ति स्थापना से दूर रखना हो, चाहे जब मोदी जी को महामहिम के सम्मान में खड़ा होना चाहिए था में जब आडवाणी जी को भारत रत्न दिया जा रहा था, तब मोदी जी बैठ के ठहाके मार रहे थे तो लगातार हमारी आदिवासी महिला प्रथम प्रेसिडेंट का अपमान करने के लिए तो नए नए रिकॉर्ड मोदी जी ने स्वयं कायम कर रखे हैं।
मोदी जी बात करते हैं कि वो आदिवासियों के साथ खड़े हैं, शर्म आनी चाहिए, आदिवासियों के साथ खड़े होते तो हसदेव जंगल जब काट रहे थे तो मोदी जी क्या कर रहे थे? अपने एक साथी के लिए पूरा हसदेव का जंगल काट दिया। नये मुख्यमंत्री ने शपथ तक नहीं ली थी और हमारे हसदेव के 18,000 से ज्यादा पेड़ काट दिए गए और इनके मुख्यमंत्री राजस्थान के कहते है की देखिये हमारी सरकार बनते ही हमने छत्तीसगढ़ के सारे पेड़ कटवा दिए ताकि यहाँ पर बिजली आये।
जल, जंगल, जमीन की बातें करते हैं और जल, जंगल, जमीन को एक अड़ानी को बेचने के लिए उत्सुक प्रधान मंत्री यहाँ की जल, जंगल, जमीन को बर्बाद करने का काम कर रहे हैं। हसदेव के पेड़ काटने से सिर्फ हसदेव को असर नहीं पड़ रहा है। जो 3,00,000 पेड़ और कटेंगे और अभी भी जो कटे है उसकी वजह से जांजगीर में तक पानी पहुंचने की तकलीफ हो रही है। वहाँ पे भी पानी की कमी हो रही है। वो जांजगीर जो प्रधानमंत्री अपने ट्वीट में और फेसबुक पे जांजगीर चंपा लिखते हैं, उनको जगह का नाम तक नहीं पता और वो छत्तीसगढ़ के बारे में बात करने आते हैं।
लगातार तीनों ये बातें कर रहे हैं किसानों की हर अपनी स्पीच में कहते हैं, हमने तेंदूपत्ता के लिए , हमने किसानों के लिए कर दिया। जब झोला लेकर मोदी जी आये थे, 10 साल पहले तो किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था। आज तक पूरे देश में एक भी किसान नहीं दिखा सकते है जिसके आय दुगनी हुई हो। और यहाँ के किसान का भाजपा ने आखिरी के 2 साल का बोनस खाया और जब हमारी सरकार ने एमएसपी धान के लिए अधिक देने की कोशिश करी और दिया तो इन्होंने हमें धमकाया कि अगर आप किसान को धान से धनी बनाएंगे उनको समर्थन मूल्य से ज्यादा पैसा देंगे, अधिक पैसा देंगे तो हम उसके सेंट्रल पूल के लिए यहाँ का धान यहाँ का चावल खरीदना बंद कर देंगे।
तेंदूपत्ता पे आते हैं। मोदी जी को याद होना चाहिए कि उनकी सरकार के दौरान 2500/ मानक बोरा तेंदूपत्ता होता था और हमारी सरकार ने पिछले 5 साल में उसको ₹4000 प्रति मानक बोरा करने का काम किया और अब उनको हमारे प्रेशर की वजह से थोड़े से दाम बढ़ाके वो खरीदना पड़ रहा है।
और ये सिर्फ दो महीने की बात है। उसके बाद वो बंद कर देंगे क्योंकि उनको कोई फर्क नहीं पड़ता और यह बात करते हैं बार बार की।
तीन महीने पहले मोदीजी वादा करके गए थे की ₹500 का सिलिंडर दिया जायेगा। वो आज तक एक भी घर में नहीं पहुंचा। पांच किलो मुफ़्त चावल की बात करते हैं जो छत्तीसगढ़ की सरकार भूपेश बघेल जी की कांग्रेस सरकार यहाँ की जनता को दे रही थी, एक आदमी के परिवार को 10 किलो चावल मिलता था जो इन्होंने तीन महीने में घटाकर 5kg कर दिया है। दो जनों के परिवार को 20kg मिलता था और वो भी घटाकर 10kg कर दिया। तीन जनों के परिवार को 35kg मिलता था जो 15kg हो गया है। चार जनों को 35kg मिलता था। वो भी 20kg किलो हो गया और पांच जनों को जो 35 मिलता था वो 25 किलो हो गया। सीधा आधा, महंगाई बढ़ा दी, सिलिंडर ₹500 का नहीं दिया। महतारी वंदन योजना की बड़ी बड़ी हांकते हैं, कहते हैं हमने 80,00,000 महिलाओं को दे दिया। सिर्फ 30% महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिला है। 70% महिलाएं छत्तीसगढ़ की आज भी पहली किस्त का इंतजार कर रही है।
जांजगीर में मोदी जी बोलते हैं मुझे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने काम नहीं करने दिया। कमाल की बात कर रहे हैं। कभी वो बोल देते है की उनको केंद्र में जवाहरलाल नेहरू जी ने काम नहीं करने दिया। जवाहरलाल नेहरू जी आके उनका हाथ पकड़ते थे क्या? ये बार बार अपनी नाकामियों को छुपाने का कब तक आप नाकामियों को छुपाने के लिए? कब तक ये लेकर आएँगे की मुझे काम नहीं करने दिया। मोदी जी को काम नहीं करने दिया। वो आदमी जो एक फ़ोन कॉल पे युद्ध रुकवा देता है, उनको कोई काम नहीं करने देना। ये कैसे हास्यास्पद बातें मोदी जी करते हैं।
जब पाँच साल हमारी छत्तीसगढ़ में सरकार थी तो केंद्र की मोदी सरकार ने यहाँ का GST नहीं दिया। 40 से 50,000 करोड़ अभी भी केंद्र का यहाँ पे बकाया है। और जब डॉक्टर मनमोहन सिंह जी की यहाँ देश में सरकार थी तो हमने कभी भी सौतेला व्यवहार राम जी के ननिहाल के साथ नहीं किया और कभी ऐसा नहीं किया कि हमारी सरकार अगर किसी प्रदेश में नहीं है तो हम वहाँ पे काम नहीं करेंगे। और ये लगातार जहाँ जहाँ भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं होती वहाँ पे सौतेला व्यवहार करने का काम करते हैं।
आजाद भारत में आज तक आजाद भारत को कभी भी ऐसे प्रधानमंत्री नहीं मिले हैं और बड़ी सरकारे रही है, कांग्रेस के प्रधानमंत्री रहे बीजेपी की भी सरकार रही है, उनके प्रधानमंत्री रहे अन्य दलों की सरकारे रही है, लेकिन आज तक ऐसा प्रधानमंत्री इस देश को आजाद भारत में किसी भी पार्टी से नहीं मिला जो जिस कुर्सी पर बैठते हैं, उसी की गरिमा नहीं रखते, उसी की इज्जत नहीं करते और उसी का अपमान करने का काम करते हैं।
नड्डाजी कहते हैं, मोदी जी ने तो जी राजनीति बदल दी। बिलकुल मैं मानती हूँ नड्डाजी जो आप कह रहे है वो बिल्कुल 100% सही है। उन्होंने राजनीति बदल दी क्योंकि प्रधानमंत्री ने सांप्रदायिकता फैलाने शुरू कर दी। आज तक इस देश ने ऐसा प्रधानमंत्री नहीं देखा जो सांप्रदायिकता खुले मंच से फैलता हो, हिंदू मुसलमान करता हो, अपने काम की बात नहीं करता, काम पे वोट नहीं कमाता। पर सिर्फ लोगों को आपसी लड़ाई करने पे उकसाने की कोशिश करता है। यहाँ पर कहीं पर भी जाते है तो वहाँ पर दंगे उकसाने की कोशिश करते हैं। आपस में भाईचारा तोड़ने की कोशिश करते हैं, लोगों को लड़ाने की कोशिश करते हैं। कितनी शर्म की बात है कि एक देश का प्रधानमंत्री ऐसा झूठ बोल रहा है कि कांग्रेस पार्टी हिंदुओं का मंगलसूत्र हिंदू बहनों का मंगलसूत्र छीन के किसी और धर्म को दे देगी, आदिवासियों का मंगलसूत्र छीन के किसी और धर्म को दे देगी, शर्म आनी चाहिए मोदी जी को ऐसी चीज़ बोलने के लिए।
पर खैर मोदी जी से उम्मीद ही क्या कर सकते हैं? वो कभी मंगलसूत्र का महत्त्व ही नहीं समझे। वो एक चुटकी सिंदूर का भी महत्त्व आज तक नहीं समझे।
अरे मोदी बाबू आप क्या जानो एक चुटकी सिंदूर की कीमत आप क्या जानो मंगलसूत्र की कीमत?
अफसोस ये बहुत गलत बात है और यह उस पार्टी के लिए कह रहे हैं जिनकी शीर्ष नेताओं ने कितने बलिदान दिए।श्रीमती इंदिरा गाँधी जी ने अपने सारे गहने देश के लिए नौछावर कर दिये और देश को दान कर दिए युद्ध के दौरान। श्रीमती सोनिया गाँधी जी का स्वयं मंगलसूत्र का बलिदान हुआ। राजीव गाँधी जी की शहादत इस देश ने देखी। देश की सेवा करते हुए।
उनकी पार्टी के ऊपर ये आरोप लगा रहे हैं उस पार्टी के ऊपर जिसने अपनी जान न्योछावर कर दी।
पंडित जवाहरलाल नेहरू जी हमारे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व जो सबसे प्रथम प्रधानमंत्री थे, देश के कितने साल वो जेल में रहे ताकि आज आप आजादी से सांस ले सके और मीडिया हमसे खुलेआम ये सवाल पूछ सकें।
बहुत शर्म की बात है कि एक प्रधानमंत्री इस लेवल पर उतर आए हैं और झूठ फैलाने का काम कर रहे हैं।
एक डरपोक शासक, निराश, हताश आदमी जिन्हें अपनी हार आँख़ो के आगे दिखाई दे रही है और सरगुजा में उन्होंने और भी हद पार कर दी।
इतना बड़ा झूठ बोलना की हम इनहेरिटेंस टैक्स की बात कर रहे हैं। जबकि सच्चाई यह है इन्हीं के बड़े बड़े नेता जयंत सिन्हा, उन्होंने यह बात 2014 में कही थी और ये ऑन रिकॉर्ड 15 मिनट का इंटरव्यू है कि उसकी क्लिपिंग में आप लोगों के साथ शेयर कर दूंगी। जहा पे वो इनहेरिटेंस टैक्स की बात कर रहे थे और लगातार कह रहे थे इसको लागू होना चाहिए और बदले में उन्हें MOS फ़ाइनैन्स बनाया गया और जितनी भी कमिटी बनी फाइनैंस की उस का चेयरमैन बनाया गया। बतौर फाइनैंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने भी ये कहा 2017 में की हमें ये लेकर आना चाहिए और इसकी अच्छाइयां बताई। 2019 तक लगातार हर साल मीडिया की खबर से आता था की ये लोग इनहेरिटेंस टैक्स शुरू कर रहे हैं जबकि कांग्रेस पार्टी ने राजीव गाँधी जी ने 1985 में इसको खत्म करने का अबॉलिश करने का काम किया था।
हम खत्म करने वाले और यह अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए अपनी असलियत और इनके जो सबसे शीर्ष नेता है ना सबसे बड़े नेता अमित मालवीय जो एक फेक वॉट्सऐप फैक्टरी के प्रिंसिपल और मालिक है उनका स्वयं का ट्वीट है जिसमें वो कहते हैं कि जयंत सिन्हा जो है उसकी बाद से हम अगरी करते हैं और ये लागू होना चाहिए। और ये हमपे ये इलज़ाम लगा रहे हैं शर्म आनी चाहिए प्रधानमंत्री जी को।
हमने EC में कई बार कंप्लेंट कर दी । लगातार प्रधानमंत्री जी आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं, लगातार आप को लाल आंख दिखाने का काम कर रहे हैं, धर्म के नाम पर हिंदू मुसलमान कर रहे हैं, सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, दंगे फैलाने की झूठ फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
ये बहुत दुर्भाग्यजनक है।
लेकिन हमें उम्मीद है क्योंकि घोर अंधकार के बाद ही उजाला आता है और इनका जो पूरा पर्दाफाश और इनकी जो हड़बड़ाहट यह बता रही है कि इनकी हार निश्चित है। इसीलिए ये दंगे,झूठ भड़काने की कोशीश कर रहे हैं धर्म के नाम पर झूठ फैलाने की कोशीश कर रहे हैं ये जानते हैं कि यह हारने वाले हैं और जनता इनको आर पार देख चुकी है और उन्हें अपनी वोट से चोट देने वाली हैं।