छत्तीसगढ़

ईडी पर सियासी बवाल:BJP बोली- कांग्रेसियों का पेट दर्द

रायपुर । छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से ईडी के छापे पड़े हैं। रायपुर, कोरबा और अंबिकापुर में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने कारोबारियों के घर दबिश देकर दस्तावेजों की जांच कर रही है। ऐसा कहा जा रहा है जिन कारोबारियों के घर जांच चल रही है वे आईएएस रानू साहू के करीबी हैं।
रायपुर के कचना इलाके में स्वर्णभूमि स्थित रोहित अग्रवाल के घर जांच जारी है। रोहित तेंदूपत्ता के कारोबार से जुड़े हैं। ईडी की टीम सुबह से दस्तावेजों की जांच कर रही है। कोरबा में स्टेशन रोड निवासी पूर्व पार्षद और व्यवसायी शिव अग्रवाल के यहां सुबह 5 बजे से ईडी की टीम ने दस्तक दी। घर के लोग कुछ समझ पाते तब तक टीम ने घर के सभी लोगों को एक कमरे में रखकर कर जांच करना शुरू किया। करीब 5 घंटे तक जांच के बाद ईडी की टीम खाली हाथ वापस लौट गई। इसको लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों आमने सामने हैं। दोनों ही राजनीतिक दल छापेमारी की कार्रवाई पर एक दूसरे हैं।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा कि जब भ्रष्ट अधिकारियों व कुछ लोगों पर ईडी एवं आईटी के छापे की कार्यवाही हो रही तो कांग्रेस क्यों परेशान है। कांग्रेस का हाथ क्या भ्रष्टाचारियों के साथ है इस पर कांग्रेस को अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए। कार्रवाई भ्रष्टाचारियों पर हो रही है और पेट कांग्रेसियों का दर्द हो रहा है।

गुप्ता ने आगे कहा- शराब घोटाला, कोयला घोटाला और ऐसे दर्जनों घोटालों में कांग्रेस पूरी तरह डूबी हुई है। साक्ष्यों के साथ मामले अदालत में पेश किए जा रहे है। आईटी ने रायपुर दिल्ली और भोपाल में दर्ज मामलों में पेश किए हैं। इन दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों से यह दिन के उजाले की तरह साफ है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनने के बाद से किस तरह से सुनियोजित और संगठित लूट के लिए माफिया और सरकारी अधिकारियों के बीच गठजोड़ बन गया था।

ईडी भाजपा की मोर्चा संगठन बन गयी है – कांग्रेस
लगभग एक साल से भाजपा द्वारा राज्य सरकार को बदनाम करने के उद्देश्य से इनकम टैक्स तथा ई.डी. का दुरुपयोग किया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ईडी अपने संवैधानिक दायरों से बाहर जाकर कार्यवाही कर रही है। ईडी की कार्यवाही करने के तरीके और कार्यप्रणाली बता रही है कि वह भाजपा के राजनैतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिये तथा कांग्रेस सरकार के खिलाफ झूठ फैलाने के उद्देश्य से कार्यवाहियां की जा रही है। ईडी की असंवैधानिक कार्यवाही अदालत में नहीं टिकने वाली।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ईडी द्वारा कथित शराब घोटाला 2100 करोड़ का बताया गया। चूंकि यह आरोप कल्पना पर आधारित एवं गवाहों को विभिन्न प्रकार से प्रताड़ित करके पूर्व से ही टाइप किये गये ब्यानों पर हस्ताक्षर कराने के षड्यंत्र पर आधारित था। जनता ई.डी. के दुरुपयोग के भाजपा के षड्यंत्र से पूरी तरह वाकिफ है जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य से भाजपा का सफाया होना निश्चित है।

 

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