राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा- सबसे बढ़िया राज्य के सबसे बढ़िया मुख्यमंत्री; CM बोले-कोई अपना घर आया
रायपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि, अगर आप राम राज्य का सपना देख रहे हैं तो आपको राम और सीता बनना होगा। देश को विश्व गुरू बनाने के लिए उसी दिशा में कदम रखना होगा। राष्ट्रपति ने कहा कि, हमारा देश नित नई ऊंचाइयों को छू रहा है। चाहे चांद पर तिरंगा लहराना हो या फिर विश्व स्तर पर खेल-कूद में नए अध्याय लिखने हों। वहीं उन्होंने प्रतियोगी परीक्षा के स्टूडेंट्स के खुदकुशी करने के मामलों को लेकर भी चिंता जताई। राष्ट्रपति अपने दो दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर गुरुवार को रायपुर पहुंची हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रतियोगी परीक्षा के स्टूडेंट्स के खुदकुशी करने के मामलों को लेकर भी चिंता जताई।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से शांति सरोवर आश्रम में हो रहे कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने कहा कि, एक अत्यंत गंभीर विषय है। कुछ दिनों पहले ही NEET की तैयारी करने वाले दो विद्यार्थियों ने अपने जीवन, सपनों और अपने भविष्य का अंत कर दिया। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पढ़ाई कर रहे कई बच्चों ने पिछले दिनों आत्महत्या की है। उन्होंने कहा कि, प्रतिस्पर्धा एक सकारात्मक भाव है, जिससे जीवन संवरता है। हार-जीत तो जीवन का हिस्सा है।
राष्ट्रपति के भाषण
उन्होंने कहा कि आज मैं बहुत खुश हूं कि छत्तीसगढ़ की धरती पर आकर आप सबसे मिलने का अवसर मिला। राष्ट्रपति के रूप में छत्तीसगढ़ आकर अपने लोगों से मिलने की इच्छा पूरी हुई।
कहावत है कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया। सबसे बढ़िया राज्य के सबसे बढ़िया मुख्यमंत्री यहां आए, इसके लिए उन्हें धन्यवाद।
मुझे बहुत दुख होत है जब कुछ बच्चों में नकारात्मक भाव उत्पन्न हो जाते हैं। क्षणिक असफलता में भविष्य की सफलता निहित होती है।
मेरी इस भावी पीढ़ी के परिवार के लोगों, दोस्तों, अध्यापकों और समाज से अपील है कि वे इन बच्चों की मानसिकता को समझकर इनकी सहायता करें। अगर बच्चों पर पढाई का, प्रतियोगिता का दबाव है तो सकारात्मक सोच से उसे दूर करें।
हर एक व्यक्ति को ईश्वर ने अलग बनाया है और सब में अनोखी प्रतिभाएं होती हैं। दूसरों से प्रेरणा लेना अच्छी बात है लेकिन अपनी रुचियों, अपनी क्षमताओं को समझकर सही दिशा का चुनाव करना चाहिए।
कठिनाइयां तो हर व्यक्ति के जीवन में आती हैं लेकिन एक जागरूक मनुष्य कठिनाइयों को पार कर जाता है। सही अर्थों में सचेत व्यक्ति संवेदनशील और विनम्र होने के साथ-साथ आत्म-विश्वास से भरा होता है।
आज हम सब टेक्नोलॉजी के युग में जी रहे हैं और बच्चे भी आज कल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) की बात करते हैं। लेकिन यह आवश्यक है कि हम दिन का कुछ समय इलेक्ट्रॉनिक गैजेट से दूर रहें।
एक बात मैं हर बच्चे, युवा और बुजुर्ग से कहना चाहती हूं कि सदा सकारात्मक विचार और अच्छे लोगों के साथ रहिए। ऐसे लोगों के बीच में रहिए जो आपको सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा और आगे बढ़ने में आपका साथ दें।
ब्रहमाकुमारी बहनें और भाई भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के अन्य देशों में भी प्रेम, सद्भाव और शान्ति के विस्तार के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। किसी की सोच में बदलाव लाना आसान नहीं होता। अंत में, एक बार फिर मैं आप सबको छत्तीसगढ़ में ‘The Year of Positive Change’ की शुरुआत के लिए बहुत-बहुत बधाई देती हूं।
CM बोले- ऐसा लग रहा कोई अपना घर का आया
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, राष्ट्रपति का आगमन छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए बहुत गौरव का क्षण है। उनकी इस यात्रा के लिए मैं छत्तीसगढ़ के तीन करोड़ नागरिकों की ओर से बहुत धन्यवाद देता हूं। सीएम ने कहा कि, आज राष्ट्रपति, पूरे देश की मुखिया के आगमन से हम छत्तीसगढ़ के लोग विशेष आत्मीयता का अनुभव कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया है। आप संविधान की रक्षक हैं, आपके आगमन से छत्तीसगढ़ के लोग बहुत सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री के भाषण
उन्होंने खा कि यह प्रदेश एक आदिवासी प्रदेश है, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोग भी बहुत बड़ी संख्या में यहां निवास करते हैं। यह प्रदेश किसानों का प्रदेश है, यह वंचितों का प्रदेश है। सभी वंचितों को न्याय मिले, यह संविधान की भावना है।
छत्तीसगढ़ की बहुत लंबी सीमा ओडिशा से लगती है, इसलिए उत्कल संस्कृति के साथ हमारी सबसे अधिक साझेदारी है।
हमारा रहन-सहन, खान-पान, आचार-विचार सबकुछ एक जैसा है। यहां तक की हमारा संघर्ष भी ओडिशा के वंचितों के संघर्ष जैसा ही है।
यह बड़ा ही शुभ अवसर है। रक्षाबंधन का समय है। प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सकारात्मक परिवर्तन वर्ष का आज शुभारंभ भी हो रहा है। सामाजिक और आध्यात्मिक परिवर्तन की दिशा में इस संस्थान द्वारा किए जा रहे प्रयासों में यथासंभव भागीदार बनने के लिए प्रयत्नशील रहता हूं।
बेटी इतिश्री के साथ राष्ट्रपति ने की भगवान जगन्नाथ की पूजा
इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपनी बेटी इतिश्री के साथ भगवान जगन्नाथ मंदिर पहुंचकर पूजन और आरती भी की। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी मौजूद थे। यह पहला मौका है, जब राष्ट्रपति अपनी बेटी के साथ किसी यूनिवर्सिटी और धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने आई हैं। राष्ट्रपति की बेटी इतिश्री पेशे से बैंकर हैं। अपने पिता श्यामचरण मुर्मू और दो भाइयों को खोने के बाद बेहद कठिन समय में मां द्रौपदी मुर्मू का सहारा बनीं थीं। इतिश्री के पति गणेश चंद्र हेम्ब्रम रग्बी खिलाड़ी हैं।
मेयर ने सौंपी शहर की चाबी, दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
राष्ट्रपति के रायपुर एयरपोर्ट पहुंचने पर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मेयर एजाज ढेबर ने उनकी अगुवाई की। मेयर ने राष्ट्रपति को चांदी से बनी शहर की चाबी भी सौंपी। इसके बाद एयरपोर्ट पर ही पुलिस के जवानों ने राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। सीएम ने राष्ट्रपति को रूद्र शिव की प्रतिमा की प्रतिकृति भेंट की। रुद्रशिव की यह मूर्ति लाल बलुआ पत्थर से बनी और दो मीटर से भी अधिक ऊंची है। सीएम ने राष्ट्रपति को रूद्र शिव की प्रतिमा की प्रतिकृति भेंट की। रुद्रशिव की यह मूर्ति लाल बलुआ पत्थर से बनी और दो मीटर से भी अधिक ऊंची है।
सीएम ने राष्ट्रपति को भेंट की रूद्र शिव की प्रतिमा
राष्ट्रपति मुर्मू दोपहर में राजभवन में ब्रह्माकुमारी प्रजापिता की ओर से आयोजित भोज में शामिल हुईं। वहां बिना प्याज और लहसुन के ब्रम्हाकुमारियों ने सात्विक भोजन तैयार किया था। राष्ट्रपति इसके बाद रायपुर में महंत घासीदास संग्रहालय पहुंची और अवलोकन किया। इस दौरान सीएम ने राष्ट्रपति को रूद्र शिव की प्रतिमा की प्रतिकृति भेंट की। बिलासपुर के ताला की रुद्रशिव की यह अद्वितीय मूर्ति शिल्पकला का सबसे अनोखा रचनांश है। लाल बलुआ पत्थर से बनी यह मूर्ति दो मीटर से भी अधिक ऊंची है।
कल महामाया के दर्शन कर दीक्षांत समारोह में होंगी शामिल
राष्ट्रपति मुर्मू राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगी। दूसरे दिन शुक्रवार सुबह बिलासपुर में गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। इससे पहले वे रतनपुर स्थित महामाया मंदिर जाएंगी और पूजा अर्चना करने जाएंगी। इस दौरान राष्ट्रपति की राज्यपाल, मुख्यमंत्री, यूनिवर्सिटी के कुलपति, मेयर, कलेक्टर और एसपी अगवानी करेंगे।
शांति सरोवर में पहुंचने के बाद ब्रह्माकुमारी की दीदी ने राष्ट्रपति का स्वागत किया।