सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा (Sukma) में नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षा बल के सामने दो हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इन दोनों नक्सलियों पर सरकार की ओर से 8-8 लाख रुपये का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण करने वाले दोनों नक्सली पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) की बटालियन नंबर 1 में सक्रिय थे।
पुलिस ने बताया कि दोनों नक्सली पिछले कई वर्षों से नक्सली संगठन में सक्रिय थे और कई गंभीर घटनाओं में शामिल रहे हैं। इनमें सबसे चर्चित टेकलगुड़ा नक्सल हमला भी शामिल है, जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे। सरकार ने आत्मसमर्पण के बाद दोनों नक्सलियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की है और उन्हें पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा, ताकि वे मुख्यधारा में लौटकर नया जीवन शुरू कर सकें।
छत्तीसगढ़ के धमतरी, सुकमा व दंतेवाड़ा जिले में गुरुवार को दौरान छह लाख के दो इनामी समेत छह नक्सलियों ने सुरक्षा बल के सामने आत्मसमर्पण किया है। इनमें धमतरी में पांच लाख का इनामी नक्सली डिप्टी कमांडर अजय उर्फ अघन (26) शामिल है।
उसने गुरुवार को स्वयं द्वारा निर्मित देसी (सुरका) रायफल के साथ आत्मसमर्पण किया। अजय के विरुद्ध जिले में सुरक्षा बल पर हमला, हत्या समेत अन्य छह अपराध दर्ज हैं। वहीं नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर सुकमा जिले में दो व दंतेवाड़ा जिले में तीन नक्सलियों ने गुरुवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया।