छत्तीसगढ़
गोलबाजार की होली का रंग निराला, भाई-चारे की सिखाता है परंपरा
Holi colors of Golbazar are unique, tradition teaches brotherhood
बिलासपुर। रंग का त्योहार होली के दिन अगर आप गोलबाजार नहीं गए और वहां के रंग में सराबोर नहीं हुए तो आपकी होली फीकी ही समझिए। जी हां। गोलबाजार की होली का रंग ही निराला है। अपने आप में अनूठा और लाजवाब। परंपरा को आज की युवा पीढ़ी भी उसी अंदाज में निभा रही है जैसे पहली की पीढ़ी ने दी है। गोलबाजार में होली की परंपरा बीते 55 साल से चली आ रही है। बुजुर्गों ने जो सीख दी और जिस उद्देश्य को लेकर उत्सव की शुरुआत की यह परंपरा आज भी जारी है।