एम्स भोपाल के अनुभव और सहयोग से स्वास्थ्य व्यवस्था सशक्त होगी – उप-मुख्यमंत्री
भोपाल. उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने शिष्टाचार भेंट की। प्रो. सिंह ने एम्स भोपाल की उपलब्धियों और मध्यप्रदेश में आपातकालीन चिकित्सा सेवा प्रदान प्रणाली को सशक्त करने के लिए एम्स भोपाल द्वारा किए जा रहे प्रयासों की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। उप-मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने एम्स भोपाल की उपलब्धियों की सराहना करते हुए आशा व्यक्त की कि एम्स भोपाल के अनुभव और सहयोग से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था और सशक्त होगी।
आपातकालीन चिकित्सा सेवा में प्रशिक्षण
मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से एम्स भोपाल द्वारा विभिन्न जिलों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के 500 से अधिक डॉक्टर और नर्सिंग अधिकारियों को आपातकालीन चिकित्सा संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रो. सिंह ने उप-मुख्यमंत्री को एम्स भोपाल द्वारा आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में उठाए गए सुधारात्मक कदमों के बारे में विस्तार से बताया। डॉ. सिंह ने कहा कि एम्स भोपाल आपातकालीन चिकित्सा में लगातार उन्नत तकनीकी को सम्मिलित कर रहा है जिससे आपातकालीन स्थितियों में त्वरित इलाज सुनिश्चित किया जा सके।
एम्स भोपाल की उपलब्धियां
प्रो. (डॉ.) सिंह ने बताया कि एम्स भोपाल ने सर्वश्रेष्ठ उभरते कॉलेजों की सूची में दूसरा स्थान हासिल किया है। वर्ष 2000 और उसके बाद स्थापित उच्चतम स्कोरिंग कॉलेजों में एम्स भोपाल को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। मेडिकल कॉलेज की श्रेणी में एम्स भोपाल 2023 में 20वें स्थान से 2024 में 16वें स्थान पर पहुंच गया है।
उप-मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि एम्स भोपाल का यह प्रदर्शन न केवल मध्यप्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। एम्स भोपाल के अनुभव और सहयोग से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था और भी सशक्त होगी। उन्होंने एम्स भोपाल को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।